बैरागी कैंप में फंसे 600 लोग, हरकी पैड़ी जलमग्न

हरिद्वार। 60 घंटे से जारी बारिश ने मुसीबतें बढ़ा दी हैं। गंगा में आए उफान से तटीय इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। सोमवार को हरकी पैड़ी के प्लेटफार्म जलमग्न हो गए। आननफानन में श्रद्धालुओं ने प्लेटफार्म खाली किए। बैरागी कैंप में दो दिन से 600 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ और पुलिस टीम देर रात तक 35 लोगों को निकाल पाई थी। राहत और बचाव कार्य खबर लिखे जाने तक जारी रहेे।
दो दिन से खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा का जल स्तर सोमवार को तेजी से बढ़ा। इससे निकटवर्ती इलाकाें में पानी घुस गया है। चंडी घाट पर बसे कुष्ठ आश्रम भी पानी से लबालब हो गए हैं। यहां की कई बस्तियां बाढ़ की चपेट में आ गई। हालांकि खतरे को देखते हुए पहले ही ज्यादातर झोपड़ियां खाली करवा दी गई थी। उफनती गंगा चंडी पुल को छूती हुई नजर आई। बैरागी कैंप क्षेत्र में भी गंगा का पानी चढ़ गया है। पिछले दो दिनों से बैरागी कैंप के बंजरीवाला में 600 लोग फंसे हुए हैं। यह लोग एक स्टोन क्रशर में शरण लिए हुए थे। इन्हें निकालने का काम सोमवार शाम शुरू हो पाया। काफी जतन के बाद देर शाम तक पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने राहत और बचाव करते हुए करीब 35 लोगों को सुरक्षित निकाला। हेलीकाप्टर भी मंगाया गया। लेकिन इसका उपयोग न हो पाने पर लक्सर क्षेत्र भेज दिया गया। खबर लिखे जाने तक राहत और बचाव कार्य जारी था।
घोड़ा पुलिस लाइन कराई खाली
हरिद्वार। बाढ़ के खतरे को देखते हुए बैरागी कैंप स्थित घोड़ा पुलिस लाइन को खाली करा दिया गया है। सोमवार सुबह ही यहां से घोड़ों और पुलिसकर्मियाें को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया था।
कोट
बैरागी कैंप में फंसे लोगों की प्रशासन ने समय रहते सुध नहीं ली। राहत और बचाव कार्य में हीलाहवाली बरती गई। कई बार सूचना देने के बाद भी राहत दल भेजने में देरी की गई।
मदन कौशिक विधायक, हरिद्वार

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