बिलासपुर जिला में 148 एड्स के रोगी

बिलासपुर। जनपद बिलासपुर में एड्स रोगियों का आंकड़ा सौ पार पहुंच गया है। जिला में 148 व्यक्ति एड्स की चपेट में आ गए हैं। 512 मामले एचआईवी के है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसकी रोकथाम के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। कई अभियान चलाए गए, मगर लोगों में जागरूकता की कमी ही कहें कि एड्स जैसी बीमारी बढ़ती जा रही है।
बिलासपुर जिला में जिला अस्पताल बिलासपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घुमारवीं, बरमाणा, भराड़ी, जब्बली में पांच आईसीटीसी सेंटर कार्य कर रहे हैं। लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की ओर से 1 से 25 दिसंबर तक विश्व एड्स दिवस, 12 से 31 अगस्त तक अतंरराष्ट्रीय युवा उत्सव, 26 मई से 10 जून तक अतंरराष्ट्रीय दिवस, 12 से 26 जनवरी तक राष्ट्रीय युवा उत्सव, 8 से 22 मार्च अतंरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। होर्डिंग्स, बस पैनल, रेड रिबन क्लबों की ओर से भी जनता को जागरूक किया जाता है।
सरकार की ओर से एचआईवी व एड्स से ग्रसित व्यक्ति के लिए सरकारी नीतियां बेहतर कारगर साबित हो रही हैं। एड्स एचआईवी से ग्रसित रोगियों के लिए बेहतर जीवन व्यतीत करने के लिए निशुल्क दवाइयां, निशुल्क टेस्ट सुविधा प्रदान की गई है। आईजीएमसी शिमला, हमीरपुर, टांडा अस्पताल में एआरटी सेंटर स्थापित हैं। यहां पर इन रोगियों के निशुल्क टेस्ट किए जाते हैं। साथ ही रोगी व उसके साथ जाने वाले व्यक्ति को आने जाने का भी किराया दिया जाता है। इसके अलावा अठारह साल से नीचे के जो बच्चे इस रोग से ग्रसित होते हैं उन्हें सरकार की ओर से हर माह आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाती है। तीन साल के बच्चे को 3 सौ, 4 से 6 वर्ष तक के बच्चे को 4 सौ, 7 से 9 वर्ष के बच्चे को 5 सौ, 10 से 12 वर्ष तक के बच्चे को 600, 12 से 15 वर्ष तक के बच्चे को 7 सौ, 15 से 18 वर्ष तक के बच्चे को 8 सौ रुपए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
जिला एड्स नियंत्रण अधिकारी डा. अश्वनी शर्मा ने कहा कि सरकार की ओर से इन रोगियों को बेहतर सुविधा प्रदान की जा रही हैं। जिला में 148 एड्स के रोगी हैं। 512 व्यक्ति एचआईवी से ग्रसित हैं।

Related posts

Leave a Comment