बत्ती गुल तो लेहडीसरेल उप डाकघर बंद

घुमारवीं (बिलासपुर)। उप तहसील भराड़ी के अंतर्गत करीब चार दशक पुराने उप डाकघर लेहडीसरेल में डाक कर्मियों के टोटे व अन्य असुविधाओं के चलते क्षेत्र के हजारों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस उप डाकघर से क्षेत्र भर की करीब पंद्रह पंचायतों के लोग लाभान्वित होते हैं, लेकिन व्यवस्थाओं में कमी का खामियाजा यहां पहुंचने वाले उपभोक्ता भुगत रहे हैं। यदि किसी कारणवश बत्ती गुल हो जाए तो यहां तमाम कामकाज भी ठप हो जाता है।
इस उप डाकघर के तहत सात शाखाएं हैं। करीब 150 अभिकर्ताओं में से प्रति दिन 25 से 30 यहां लोगों की आरडी, एफडी के शेडयूल जमा करवाने के लिए आते हैं। लोगों ने बताया कि डाकघर में बिजली गुल होने की दशा में कामकाज बिल्कुल ठप पड़ जाता है, क्योंकि कंप्यूटरों को चलाने के लिए यूपीएस खराब पड़ा है। बैटरी की क्षमता भी शून्य है। उप डाककर महज दो कर्मचारी के सहारे चल रहा है। छह की जगह यहां तीन कर्मचारी तैनात किए गए हैं। इनमें से एक को डेपुटेशन पर स्थानांतरित कर दिया गया है। इससे यहां हर रोज पहुंचने वाले उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इलाकावासियों ने उप डाकघर में कर्मचारियों की तैनाती करने की मांग की है। पूर्व बीडीसी उपाध्यक्ष अमी चंद सोनी, मदन लाल, रामपाल, दिनेश, राजेश, पुरुषोत्तम, रोशन लाल, देशराज, बंसी राम, नीना देवी, मराहणा पंचायत के उप प्रधान जगतपाल, बीडीसी सदस्य गायत्री देवी, मंजू बाला, शोभा, कमलेश कुमारी, रमेश चंद, अंजू बाला, बलवंत पटियाल समेत कई लोगों ने उप डाकघर में कर्मचारियों की कमी पर चिंता जाहिर की है। कहना है कि जनसंख्या के हिसाब से यहां कम से कम छह पद होने चाहिए। यहां तैनात महज तीन कर्मचारियों के सहारे लोगों को घंटों तक लाइनों में खड़ा होना पड़ रहा है। यहां तैनात तीन कर्मचारियों में से एक को डेपुटेशन पर भेजा गया है। टेलीफोन के बिल जमा करने के लिए जब यहां लोगों की लंबी लाइन लग जाती है तो कर्मचारी पर भी कार्य का बोझ बढ़ जाता है।
एसएसपीओ हमीरपुर एमआर चौधरी ने बताया कि लैहडीसरेल में पदों की संख्या वर्क लोड के अनुसार सही है। यदि लोगों को किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो इसका निरीक्षण कर पदों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है। कंप्यूटर को बैटरी बैकअप देने के लिए जेनरेटर उपलब्ध करवा दिया जाएगा।

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