
घुमारवीं (बिलासपुर)। नरभक्षी तेंदुआ फिर से झपटा है। ग्राम पंचायत सलाओं में महिला पर तेंदुए ने हमला कर फिर से दहशत पैदा कर दी है। बताया जा रहा है कि इस महिला के साथ चल रहीं दूसरी महिलाओं पर तेंदुए ने हमला किया। हालांकि, उन्हें कोई चोट नहीं पहुंची है। दो हफ्तों के भीतर तेंदुए का यह तीसरा हमला है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे। हमले के बाद गांव के लोगों ने रात जागकर गुजारी।
हमले में रंजना पठानिया बुरी तरह से जख्मी हो गई हैं। गांव टांडा में एक अनुष्ठान चल रहा था। शाम को लोग घर वापस आ रहे थे। रंजना भी घर लौट रही थी। इसी दौरान घात लगाकर बैठे तेंदुए ने रंजना पर हमला कर दिया। महिला की चीखें सुनकर कुछ युवक वहां डंडे लेकर पहुंचे और तेंदुए को किसी तरह वहां से भगाया। ग्राम पंचायत प्रधान जमना देवी, वीना पठानिया, तृप्ता कुमारी, डिंपल शर्मा, शीला कुमारी, निर्मला देवी ने कहा कि शाम को टांडा गांव में अनुष्ठान था। जब वह अपने घर वापस आ रही थी तो सलाओं गांव में तेंदुए ने उन पर हमला किया। इसमें रंजना पठानिया जख्मी हो गईं। उन्होंने कहा कि इसी बीच काकू, रिंकू, मिलाप सिंह डंडे लेकर वहां पहुंच गए। तेंदुआ वहां से गायब हो गया। लोग तेंदुए के डर से इतने भयभीत हो गए हैं कि अपने ही घरों में कैद होकर रह गए हैं। लोगों को जागकर रात गुजारी। उन्होंने कहा कि इस बारे वन विभाग के अधिकारियों को भी अवगत करवाया गया।
————-
कैमरे में ट्रैप नहीं हुआ आदमखोर
वन विभाग ने लगाए हैं छह कैमरे
दो दिन में कैमरे में कैद होने की उम्मीद
बिलासपुर। आदमखोर तेंदुआ ट्रैप कैमरों में कैद नहीं हो पाया है। आदमखोर तेंदुआ की हरकतों पर नजर रखने के लिए वन विभाग की ओर से छह सेंसर कैमरे लगाए गए हैं लेकिन तेंदुआ वन विभाग की ओर से लगाए गए कैमराें की नजर से दूर है। वन विभाग की ओर से तेंदुए सहित अन्य जानवरों की हरकतों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाए गए हैं, ताकि आदमखोर तेंदुओं को पकड़ने में मदद मिले, साथ ही इनकी गणना भी हो सके। इन कैमरों को इंस्टॉल भी कर दिया गया है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि कैमरों से करीब दो दिन बाद तेंदुए की हरकत का पता लगेगा। कैमरों के माध्यम से अन्य जानवरों की हरकतों का भी पता लगेगा लेकिन विभाग की ओर से इससे पूर्व ही तेंदुए को कैद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इन कैमरों की मदद से आदमखोर तेंदुए का मारने में भी अहम मदद मिलेगी। कैमरों में लगी चिप को दो दिन बाद निकाला जाएगा। जिससे तेंदुए की हरकत का पता लगेगा। रेंज अफसर गरजा राम ने कहा कि अभी तक तेंदुआ कैमरों की नजर से बाहर है। उन्होंने कहा कि करीब दो दिन बाद कैमरों में लगी चिप को निकाला जाएगा। उसके बाद ही अगली हरकत का पता लगेगा।