
चंबा। लंबे समय से बिना वेतन कार्य कर रहे प्रेरकों को जल्द ही वेतन मिल जाएगा। प्रेरक अब मन लगाकर असाक्षरों को पढ़ाई करवा सकेंगे। साक्षर भारत मिशन के तहत जिला साक्षरता समिति को 3,63,15,209 रुपये बजट की तीसरी किश्त जारी हो चुकी है। यह बजट मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार की ओर से जारी किया गया है।
पूर्व प्रदेश सरकार के उदासीन रवैये के कारण साक्षरता समिति की 11 माह से तीसरी किश्त अटकी हुई थी। साक्षर भारत मिशन की तीसरी किश्त में से जिला मुख्यालय चंबा को एक करोड़ 64 लाख 74 हजार 13 रुपये प्राप्त हुए हैं। यह राशि टीचिंग लर्निंग मैटीरियल प्राइमर, स्रोत व्यक्ति प्रशिक्षण, बुनियादी साक्षरता परीक्षा मूल्यांकन और लोक शिक्षा केंद्र्रों को सुदृढ़ बनाने और वातावरण निर्माण के मुद्दों पर खर्च की जाएगी। साक्षर भारत मिशन के तहत विकास खंड भरमौर को 19 लाख 86 हजार 564 रुपये, भटियात को 45 लाख 36 हजार 464 रुपये मिले हैं।
इसके अलावा विकास खंड चंबा को 27 लाख 21 हजार 158, मैहला ब्लाक को 31 लाख 19 हजार 291 रुपये, पांगी को 11 लाख चार हजार 829 रुपये जारी हुए हैं। विकास खंड सलूणी को 32 लाख 87 हजार 830 रुपये और तीसा के लिए 30 लाख 85 हजार 61 रुपये की तीसरी किश्त जारी की गई है। जिला परियोजना समन्वयक सुमन कुमार मिन्हास ने बताया कि विभिन्न विकास खंडों के लिए जारी धनराशि को मास्टर ट्रेनर्स, अनुदेशकों के प्रशिक्षण, प्रेरकों के बकाया मानदेय और कार्यालय संबंधी मदों पर खर्च किया जाएगा।
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मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया
जिला साक्षरता समिति एवं साक्षर भारत मिशन के जिला परियोजना अधिकारी सुमन कुमार मिन्हास ने तीसरी किश्त जारी करने के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का आभार व्यक्त किया है। इसके अलावा कैबिनेट मंत्री पल्लम राजू और मानव संसाधन विकास मंत्रालय तथा भारत सरकार का भी धन्यवाद किया है।