
नालागढ़ (सोलन)। फार्मा हब बीबीएन में प्रतिबंधित नशीली दवाओं की तस्करी सरेआम हो रही है। सोमवार को दवा नियंत्रक प्राधिकरण एवं नालागढ़ पुलिस के संयुक्त तत्वाधान में नालागढ़ में छापामारी की है। इस इस दौरान काफी मात्रा में प्रतिबंधित दवाइयों की खेप जब्त की गई हैं।
मुनाफा कमाने के चक्कर में सप्लायर सीधे सामान कंपनी से उठा रहे हैं। नतीजतन क्षेत्र में नशीली दवाओं की तस्करी बढ़ रही है। मौजूदा समय में बीबीएन में करीब 500 फार्मा उद्योग हैं। इन फार्मा उद्योगों से नशीली दवाओं की खेप जब्त की गई है। यह कार्रवाई ड्रग इंस्पेक्टर अनूप शर्मा व डीएसपी नालागढ़ प्रवीण धीमान की टीम ने सोमवार को अमल में लाई। जानकारी के अनुसार सोमवार को दोनों विभागों की संयुक्त टीम ने इस दुकान में दबिश दी और दुकान से मोमोलिट की 24 स्ट्रिप, पारवोन स्पास की 270 कैप्सूल, स्पासमो प्रोक्सीवन 153 कैप्सूल व रेस्काफ कफ सिरप की 25 शीशीयां बरामद की है। इन दवाओं का इस्तेमला युवा नशे के सेवन के रूप में करते हैं और चिकित्सक के परामर्श के बिना बेचने पर प्रतिबंध है।
स्टोरी टू
दो अधिकारी पर हुई है कार्रवाई
2007-2008 में बागवानियां में तत्कालीन सहायक दवा नियंत्रक शेर सिंह को फार्मा उद्योगों की दवाइयों पास करने के एवज में करीब पौने चार लाख की रिश्वत के आरोप में पकड़ा था। वहीं 20012-13 में सोलन जोन में तैनात असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर कपिल धीमान आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार है। करीब 25 से 30 करोड़ की प्रापर्टी की छानबीन चल रही है।
पुलिस की पहल पर ही पकड़े हैं मामले
रोचक बात यह है कि पुलिस की पहल पर ही दवा नियंत्रक प्राधिकरण ने कार्रवाई की है। हालांकि प्राधिकरण की अपनी कार्रवाई नाममात्र है। करीब चार साल पहले नालागढ़ के दत्तोवाल में एक दवा विक्रेता के घर से भारी नशीली दवाओं की खेप भी पुलिस की पहल पर पकड़ी गई। हाल ही में नालागढ़ शहर के वार्ड नंबर दो से एक महिला के मकान से पुलिस की पहल पर प्रतिबंधित नशीली दवाएं पकड़ी गई हैं। वहीं बद्दी, भुड्ड और ढेरोवाल में भी कार्रवाई हुई हैं। ढेरोवाल में एक क्लीनिक भी सील किया गया है।
सोलन से शिमला को भी जाती है सप्लाई
बद्दी के साथ लगते हरियाणा के तार डायरेक्ट कंपनी या डीलरों से जुड़े हुए हैं। यहां माल आसानी से पहुंचता है। कालका से चोरी छिपे माल हिमाचल की सीमाओं में आता है। पुलिस इस संबंध में कई मामले पकड़ चुकी है। डीएसपी परवाणू शिव कुमार चौधरी ने कहा कि पड़ोसी राज्यों से अवैध सप्लाई आती है। जिसकी धरपकड़ जारी है।
समय पर होती है कार्रवाई: मरवाहा
दवा नियंत्रक प्राधिकरण बददी के दवा नियंत्रक नवनीत मरवाहा ने कहा कि कार्रवाई करने के बाद दवाओं की खेप जब्त कर ली गई है और यदि दवा विक्रेता इसके बिल पेश नहीं कर सका तो आगामी कार्रवाई अमल में लाएगी। विभाग समय-समय पर कार्रवाई करता है।