
सांगला (किन्नौर)। किन्नौर जिले के निचार खंड के तहत आने वाले पूजे गांव को पंचायत का दर्जा देने की लोगों की मांग ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि पूजे गांव और उसके आसपास वाले गांवों की जनसंख्या तीन हजार से अधिक है। लेकिन इस क्षेत्र में विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं। इसके चलते लोग वर्ष 2002 से इस क्षेत्र से निचार पंचायत से अलग कर पूजे गांव को पंचायत का दर्जा देने की मांग कर रहे है। अब एक बार फिर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने से लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। मंडी क्षेत्र के लोगों में लोकसभा युवा महासचिव नरेंद्र नेगी, विवेक नेगी, जगदीश नेगी, शालीगराम नेगी, कमला पायलैस, वीरेंद्र नेगी, मोनिका नेगी, देवकी नंद नेगी, टीकम नेगी, आत्माराम नेगी, कारसुख नेगी, गुरवासी नेगी, बबीता नेगी, संतोष नेगी, मनोज मेहता, ग्रामीण दिल कुमार नेगी, भगवान दास नेगी, छैरिंग देवा नेगी, अमीर चंद नेगी, राम प्रसाद नेगी, सतीश नेगी, धर्मपाल नेगी, जवाहर नेगी, संजीव नेगी, चंद्र सिंह नेगी, उदय सिंह नेगी, सतान सिंह नेगी, गोपाल नेगी, यशपाल नेगी, दिनेश नेगी, धर्मदेव नेगी, रशवीर नेगी, सुंदर लाल नेगी, वीरभद्र नेगी, देव ज्ञानी नेगी, रूपा नेगी, जीपी नेगी सहित अन्य लोगों का कहना है कि पूजे गांव को पंचायत बनाने के लिए वर्ष 2002, 2009 और 2010 में पंचायत की ओर से प्रदेश सरकार को लिखित में भी अवगत करवाया था। इन लोगों का कहना है कि अब उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री, पंचायती राज मंत्री अनिल शर्मा और विस के उपाध्यक्ष जगत सिंह नेगी से उम्मीद है कि वे पूजे गांव को पंचायत का दर्जा देंगे।