पुलिस का खौफ कम, फायरिंग की घटनाएं बढ़ीं

एटा। जिले में एक सप्ताह में चार जगह फायरिंग की घटनाएं हुईं हैं। यह सिलसिला थमने की जगह बढ़ ही रहा है। फिर भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर पा रही है। बदमाशों और दबंगों की इस निडरता को पुलिस का खौफ कम होना माना जा रहा है। आम जनता दहशत में है।
जहां एक तरफ शासन स्तर से कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने, कानून का राज कायम रखने और अपराधियों पर कड़ा शिकंजा कसने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जिले में कानून व्यवस्था लड़खड़ा रही है। बदमाश और दबंग निडर हैं, पुलिस का खौफ कम हो रहा है और आम जनता दहशत में हैं। इसका मुख्य कारण आये दिन होने वाली फायरिंग और अन्य आपराधिक घटनाएं हैं। एक सप्ताह में ही चार स्थानों पर फायरिंग की घटनाएं हो चुकी हैं। 18 नवंबर को कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव नगला केवल में फायरिंग की घटना हुई, 19 नवंबर को मिरहची थाना क्षेत्र में पटटे की जमीन को लेकर दो पक्षों में ताबड़तोड़ फायरिंग, 20 नवंबर को सकीट क्षेत्र के गांव नगला काजी में खेत से पानी निकलने के विरोध पर फायरिंग के दौरान एक महिला घायल हुई। इसी थाना क्षेत्र के गांव नंदपुर में रंगदारी नहीं देने पर एक व्यक्ति के घर पर फायरिंग कर लोगों में दहशत फैलाई। फिर भी पुलिस एक भी मामले में कार्रवाई नहीं कर सकी है। फिर भी पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कार्रवाई की जा रही है।

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