पार्क तो दूर कब्रिस्तान में खेलते हैं बच्चे

शिमला। राजधानी के सबसे वार्ड चम्याणा में नगर निगम छोटा दिल दिखा रहा है। नगर निगम मर्ज एरिया में शामिल किए गए इस वार्ड से पहली बार गृहकर वसूली की तैयारी है। पर यहां पीने का पानी तीसरे दिन मिलता है। गर्मियों में पांच दिन में एक बार सप्लाई मिलती है। बुजुर्गों के लिए यहां पार्क तो दूर बच्चों को खेलने के लिए मैदान भी नहीं। बच्चे यहां कब्रिस्तान में खेलते हैं। शनिवार को ‘अमर उजाला’ की टीम को सुनील, राकेश, अक्षय, यशपाल और नवेंद्र कब्रिस्तान में क्रिकेट खेलते मिले। पूछा कि यहां क्यों खेल रहे हो? जवाब मिला, सड़क पर गाड़ियां खड़ी हैं। मैदान नहीं है तो खेलने जाएं कहां?
यही नहीं, बेतरतीब भवन निर्माण के कारण एक की छत दूसरे के दरवाजे से सटी है। स्ट्रीट लाइटें शोपीस हैं। समिट्री समेत कई क्षेत्र आज भी सड़क से महरूम हैं। संजौली चौक से टनल तक सुबह और शाम के समय नो एंट्री भी परेशानी का सबब बनी हुई है।
इस वार्ड में मुख्य तौर पर अपर समिट्री, मिडल समिट्री, लोअर समिट्री, नेरीधार और गाहन क्षेत्र शामिल हैं। घनी आबादी के बोझ तले दबा यह वार्ड पहले पंचायत क्षेत्र में रहा। इसके बाद साडा और फिर नगर निगम के बाद दोबारा साडा में मिलाया गया। अंतत: इस क्षेत्र को नगर निगम में मिलाया गया है। वार्ड के एक कोने से दूसरे कोने पर पहुंचकर ही पार्किंग के लिए स्थान नसीब होता है, वह भी लगभग 100 गाड़ियों के लिए। हजारों की आबादी वाले इस क्षेत्र में बहुमंजिला इमारतों में किरायेदारों का भी बड़ा भाग है।


नहीं पड़ने दूंगा आर्थिक बोझ : नरेंद्र
टैक्स वसूली को लेकर वार्ड से पहली बार निर्वाचित माकपा पार्षद नरेंद्र ठाकुर के तेवर कड़े हैं। नरेंद्र का कहना है कि हर सरकार ने क्षेत्र के लोगों की अनदेखी की है। सुविधाओं के नाम पर चम्याणा वार्ड में कुछ भी नहीं है। नगर निगम को पहले वार्ड की दशा सुधारनी चाहिए, फिर टैक्स वसूलने का विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वार्ड में आधे से ज्यादा घरों में सीवरेज कनेक्टिविटी नहीं है। यही नहीं, एंबुलेंस रोड की सुविधा भी यहां नसीब नहीं। टैक्स के मामले पर निगम सदन में वे खुलकर विरोध करेंगे। लोगों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं पड़ने देंगे।

किस बात का टैक्स दें
मीरा ठाकुर कहती हैं कि तीन दिन बाद वार्ड में पीने के पानी की सप्लाई दी जाती है। गरमी के मौसम में तो पांच-पांच दिन बाद पानी नसीब होता है। लोग आखिर टैक्स किस बात का दें?

यहां समस्याओं का अंबार
जीत राम डोगरा ने बताया कि वार्ड में अधिकांश स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। समिट्री में सड़क किनारे वाहन खड़े होने से लोगों का गुजरना मुश्किल है। यहां समस्याओं का अंबार है।

कुछ नहीं दे रहा एमसी
रक्षा शर्मा ने कहा कि सुविधाओं के नाम पर नगर निगम स्थानीय लोगों को कुछ भी नहीं दे रहा है। हम तो हैरान हैं कि नगर निगम की टैक्स मांगने की हिम्मत कैसे हो रही।

भवनों का हो नियमितीकरण
शीला का कहना है कि पंचायत में होने के कारण पहले लोगों ने अपने हिसाब से मकान बनाए। जब क्षेत्र को निगम में मिलाया तो अब नक्शे पर पानी-बिजली देने की शर्त है। भवनों को नियमित करना चाहिए।

Related posts