
ऊना। देश के सैनिकों के साथ पाक सेना की ओर से किए गए अमानवीय व्यवहार को लेकर पूर्व सैनिकों का गुस्सा फूट पड़ा है। उन्होंने मंगलवार को युवा शक्ति के साथ मिलकर शहर भर में रोष रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने के अतिरिक्त देश के नेतृत्व को भी पाक की करतूत का माकूल जवाब न देने पर लताड़ लगाई। इससे पूर्व इंडियन एक्स सर्विसमैन लीग की बैठक में शहीद लांस नायक हेमराज और शहीद लांस नायक सुधाकर सिंह को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। लीग के चेयरमैन जय सिंह ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार को पाकिस्तान को उसकी इस अमानवीय करतूत के लिए कड़ा सबक सिखाना चाहिए। 1971 की जंग में पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों को बंदी बनाने के बावजूद नियमों के अनुसार सुरक्षित लौटा दिया गया था। लेकिन, पाकिस्तान ने सभी नियमों को तार-तार कर दिया है। अब पाकिस्तान की ऐसी करतूतें बर्दाश्त से बाहर हैं। उधर, लीग के प्रेस सचिव राजेंद्र कुमार शर्मा का कहना है कि केंद्र सरकार को अब बातें करनी छोड़ देनी चाहिए और पाकिस्तान को उसकी करनी का कड़ा सबक सिखाना चाहिए। सेवानिवृत्त सैनिकों ने ऐलान किया कि वह देश के लिए अभी भी सेवा देने में सक्षम हैं। लेकिन, पाकिस्तान को ऐसे छोड़ देना शहीदों के साथ न्याय नहीं होगा। रैली के बाद पूर्व सैनिकों ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन पत्र भी भेजा है। इस दौरान सेवानिवृत्त मेजर जनरल विक्रम सिंह कटोच, कर्नल कुलदीप, कर्नल सतदेव, कैप्टन प्रमोद सिंह, लीग के सचिव स्वदेश प्रकाश शर्मा, कैप्टन जीवन प्रकाश, मंगत राम, डा. बलदेव डोगरा, शिव कुमार, बलदेव प्रकाश भारद्वाज, कंवलजीत सिंह, शमशेर सिंह, महेंद्र सिंह और यशपाल सहित काफी संख्या में युवा प्रदर्शन में शामिल हुए।