
इस्लामाबाद: भारत और पाकिस्तान मुंबई हमले को लेकर सबूत एकत्र करने के लिए अगले साल एक न्यायिक आयोग के संभावित मुंबई दौरे से जुड़े विचारणीय मुद्दों को अंतिम रूप नहीं दे सके हैं, हालाकि इस संदर्भ में बीते पांच दिनों तक गहत बातचीत हुई है। आधिकारिक सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि पाकिस्तान के दूसरे न्यायिक आयोग के मुंबई का दौरा करने को लेकर समझौते को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है क्योंकि कई जटिल तकनीकी और कानूनी मुद्दे हैं।
सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्ष गुरुवार से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन विचारणीय मुद्दों को लेकर किसी समझौते पर नहीं पहुंच सके हैं। गृह एवं विदेश मंत्रालय के कानूनी विशेषज्ञों सहित चार सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल शनिवार को ही दो दिनों की बातचीत के बाद स्वदेश लौटने वाला था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भारतीय प्रतिनिधिमंडल के तीन सदस्य कल लौट गए, लेकिन गृह मंत्रालय में एक संयुक्त सचिव यहां आगे की चर्चा के लिए रुक गए। सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्ष कई जटिल मुद्दों पर विचार कर रहे हैं। पाकिस्तानी आयोग मुंबई में चार भारतीय गवाहों के बयान लेने की संभावना है।
