
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने आज कहा कि वह नौ साल पुराने संघर्षविराम के उल्लंघन पर ‘‘गैरजिम्मेदाराना बयान’’ देकर सीमा पर ‘‘पहले से तनावपूर्ण स्थिति’’ को और बिगाडऩा नहीं चाहता।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोआज्जम खान ने संघर्षविराम पर कल भारत के थलसेना प्रमुख की ओर से दिये गये बयानों पर मांगी गयी प्रतिक्रिया के जवाब में यह कहा।
गौरतलब है कि थलसेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने कहा था कि भारत की सेना के पास अपने मुताबिक सही समय और जगह पर जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार है।
खान ने कहा, ‘‘भारत के साथ जारी शांति प्रक्रिया को पाकिस्तान बहुत महत्व देता है और तयशुदा प्रणाली के तहत सीमा के उल्लंघन के मुद्दे को सुलझाने के लिये प्रतिबद्ध है।’’
दूसरी तरफ उन्होंने भारत के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की ओर से दिये गये उस बयान का स्वागत किया जिसमें शांति प्रक्रिया को नुकसान नहीं पहुंचने देने की भारत सरकार की प्रतिबद्धता की बात कही गयी है।