पंद्रह गांवों का ब्लाक मुख्यालय से संपर्क कटा

गरुड़। भीषण बारिश से लाहुर घाटी के पंद्रह गांवों का विकास ख्ंाड मुख्यालय से संपर्क कट गया है। घाटी में संचार व्यवस्था भंग होने से लोगों का अपने परिजनों से चार दिन से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
लाहुर घाटी आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील है। लाहुर नदी चार रोज से उफान पर है घाटी को जोड़ने वाली डंगोली, सैलानी सड़क चार रोज से बंद होने के अलावा घाटी में पांच रोज से बिजली गुल है। सुराग के प्रधान रघुवीर सिंह ने बताया कि बिजली गुल रहने से मोबाइल भी चार्ज नहीं हो पा रहे हं। नैकाना खुमटिया की प्रधान प्रेमा परिहार ने बताया कि लाहुर नदी के उफाने से घाटी के काश्तकारों की एक सौ नाली जमीन मलबे से पट गई है। तीस नाली से अधिक जमीन नदी में समा गई है। उन्होंने बताया जिला प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा आपदा प्रभावित घाटी के लोगों के हाल जानने आज तक घाटी में नहीं आया। 6 कुमाऊं रेजीमेंट के जम्मू में तैनात जवान प्रताप सिंह परिहार ने फोन से अमर उजाला को बताया कि वह चार रोज से अपने परिजनों और वृद्ध मां-बाप से फोन से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं।

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