
लाहौर: लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद ने आज दावा किया कि उसने हाल ही में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटना से पहले वहां का दौरा नहीं किया था। एक बयान जारी कर जमात उद दावा के प्रमुख सईद ने कहा, ‘‘ मैं नियंत्रण रेखा पर नहीं गया जहां भारतीय सैनिकों की मौत हुई।’’
भारतीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बयान दिया था कि सईद ने नियंत्रण रेखा का दौरा किया था। इस बयान पर हैरत जताते हुये सईद ने कहा, ‘‘भारत के पास मेरी वहां मौजूदगी का कोई सबूत नहीं है। भारतीय दावा पूरी तरह आधारहीन है।’’ उसने कहा, ‘‘अगर भारत नियंत्रण रेखा पर मेरी मौजूदगी सिद्ध कर दे तो मैं उसके अन्य आरोपों को स्वीकार करने को तैयार हूं।’’
सईद पर 2008 में मुंबई हमलों की साजिश रचने का आरोप है जिसमें 166 लोग मारे गए थे। सईद ने कहा कि जो लोग भारत को ‘सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र’ का स्तर देना चाहते हैं उन्हें भारत का असली चेहरा देखना चाहिए।
हालांकि सेना के सूत्रों के मुताबिक एलओसी के नजदीक 22 लॉन्चिंग पैडस पर तकरीबन 2500 मुसलमान आतंकवादी भारत में घुसपैठ के लिए तैयार हैं। इसके इलावा पीओके के 42 ट्रेनिंग कैंपों में करीब 4000 आतंकवादी ट्रेनिंग ले रहे हैं। हफीज की कोशिश एलओसी पर तनाव बढ़ाकर इन आतंकियों को भारत में दाखिल कराने की है।
अमेरिका में हुए हमले का जिम्मेवार ओसामा बिन लादेन भी पाक से था और अबटाबाद जो पाकिस्तान में स्थित है से ही अपनी दहशत की गतिविधियों को अंजाम देता था अगर अमेरिका द्वारा ड्रोन हमलों में ओसामा न मरा होता तो आज भी सुभाविक वे पाक से ही खून की होली खेलता रहता।
जिस पर एक करोड़ का इनाम रखा हो वह हाफिज सैइद शरेआम पाकिस्तान में घुम रहा है मगर पाक सरकार उस पर कारवाई करने की बजाए उसे संरक्षण दे रही है।