नारियल, हलवा चढ़ाने पर रहेगा प्रतिबंध

नयनादेवी (बिलासपुर)। विश्व विख्यात प्रसिद्ध शक्ति श्री नयनादेवी में आगामी सात अगस्त से 16 अगस्त तक श्रावण अष्टमी मेले शुरू होंगे। मेलों के दौरान नयनादेवी क्षेत्र को नौ सेक्टरों में बांटा जाएगा। साथ ही छह स्थानों पर सूचना केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
श्री नैयनादेवी में श्रावण अष्टमी मेले के प्रबंधों के बारे बैठक का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता उपायुक्त डा. अजय शर्मा ने की। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान सभी कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी माता श्री नयनादेवी जी के मंदिर में श्रद्धा भावना से करनी चाहिए। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी 200-250 श्रद्धालुओं के अलग-अलग जत्थे बनाकर पैदल रास्ते से भेजे जाएंगे। एडीएम, एएसपी को मेला अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। एसडीएम, उपमंडल स्तरीय पुलिस अधिकारी नयनादेवी सहायक मेला अधिकारी होंगे। यातायात को नियंत्रित करने के लिए टोबा, कैंचीमोड़, घवांडल, रोप-वे, कोहनी मोड़ पर ट्रैफिक बैरियर स्थापित किए जाएंगे। मेले के दौरान श्रद्धालुओं के लिए एचआरटीसी की विशेष बसें चलाई जाएंगी। उपायुक्त ने कहा कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सात स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे। पंजाब से श्रद्धालुओं को लेकर आने वाले ट्रैक्टरों, ट्रकों को किरतपुर में ही रोका जाएगा। लंगर लगाने वाली संस्थाओं से पहले लंगर लगाने की अनुमति लेने के उपरांत 10 हजार रुपए बतौर धरोहर राशि जमा करवानी होगी। मेले के दौरान नारियल और हलवा चढ़ाने तथा भिखारियों पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। ढोल, नगाड़ों तथा दुकानदारों द्वारा सीडी कैसेट बजाने व मेले के दौरान लंगर लगाने वालों द्वारा माइक आदि का प्रयोग करने पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इस अवसर पर एडीएम प्रदीप ठाकुर, एएसपी विनोद शर्मा, डीएसपी श्री नयनादेवी सोमदत्त, एसडीएम डा. एमएल मेहता, सीएमओ डा. मनोहर कौशल, मंदिर अधिकारी मदन लाल, आईपीएच अधिशासी अभियंता पीसी ठाकुर, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग सीएल गुप्ता सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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