
मंडी। मंडी शहर की समस्याओं को प्रशासन व सरकार के समक्ष उठाने तथा समाधान के लिए नागरिक अधिकार मंच ने संगठित मंडी-विकसित मंडी का नारा दिया है। इसके तहत राजनीति से ऊपर उठकर सभी नागरिकों को एक मंच पर संगठित करके कार्य किया जाएगा। सोमवार को मंच की ओर से शहर की ज्वलंत समस्याओं को लेकर जिला उपायुक्त व नगर परिषद को मांग पत्र सौंपा गया।
मंच के संयोजक अजय वैद्य ने बताया कि उपायुक्त व नगर परिषद को सौंपे गए मांग पत्र में सुकेती खड्ड पर बने दोनों पुलों की स्ट्रीट लाइटें बहाल करने की मांग की गई। बरसात के बाद मोहल्लों में नालियां बंद हैं। सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। सेरी मंच पर बन रहे शौचालय को कहीं दूसरी जगह बनाने की मांग की है। इंदिरा मार्केट के शौचालयों की सीवरेज निकासी का ठीक करने की मांग उठाई। इंदिरा मार्केट की एक छत पर पुराने कपड़े बेचने वालों को रेहड़ी-फड़ी वालों की तर्ज पर कहीं दूसरा स्थान उपलब्ध करवाने की भी मांग उठाई। स्कूल बाजार में पैदल चलने के लिए फुटपाथ बनाने और नये पुल पर बनाए गए बस स्टाप को बदल कर पूर्व की भांति सेरी मंच पर दोबारा स्थानांतरित करने की मांग की है। पार्किंग व्यवस्था करने की मांग की गई। पानी के बिल के साथ पचास प्रतिशत सीवरेज शुल्क लेने के फार्मूले का भी विरोध किया।
नागरिक अधिकार मंच की आर्गेनाइजिंग कमेटी के सदस्य हरमीत सिंह, सरिता हांडा, अजय वैद्य, चांद किशोर, तारू राम, देवेंद्र प्रसाद, मंजुला शर्मा, कुसुम शर्मा, नवीन शर्मा, विकास कालरा, अच्छरू राम गौतम, सीता देवी, रमेश गुलेरिया, भूपेंद्र सिंह, समीर कश्यप और प्रो. धर्मपाल कपूर ने समस्याएं शीघ्र दूर करने की मांग की है।