द्वीप को लेकर चीन-जापान में मन-मुटाव फिर बढ़ा

जापान और चीन के बीच पूर्वी चीन सागर में सेनकाकू द्वीप पर अधिकार को लेकर मन-मुटाव फिर बढ़ गया है। गौरतलब है कि सेनकाकू पर चीन और जापान दोनों ही अपना हक जताते हैं। यहां इंसानी आबादी नहीं है और द्वीप के पास बड़ा नेचुरल गैस रिजर्व है जिस पर चीन और जापान दोनों की नजर हैं। जापान ने चीन के एक विमान के विवादित इलाके में अवैध रूप से घुसने का आरोप लगाया। इसके बाद जापान ने भी अपने आठ एफ-15 फाइटर जेट वहां तैनात कर दिए हैं।

हवाई घुसपैठ का चीन का यह पहला मामला हैं जबकि चीनी युद्धपोत भी इससे पहले जापान में घुसपैठ कर चुके हैं। चीन इस इलाके में पैट्रोलिंग के लिए बार-बार अपने जहाजों को भेजकर जापान के दावे को चुनौती देता रहा है। जापान के चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी ने बताया कि हमारी वायुसीमा में फिक्स्ड विंग वाला वाई-12 एरोप्लेन दाखिल हुआ था जो चाइनीज स्टेट ओशियानिक एडमिनिस्ट्रेशन का है।

चीन ने भी बयान में कहा है कि जापान का कदम भड़काने वाला था और हम आइलैंड्स के पास अपनी मौजूदगी बनाए रखेंगे। जापान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि जापान में केंद्र के चुनाव हैं। लिबरल डेमॉक्रेटिक पार्टी की सत्ता में वापसी की संभावना है और पार्टी के नेता शिन्जो ऐबे इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाना चाहते हैं। जापान सरकार के प्रवक्ता ओसामू फुजीमूरा ने भी इस घुसपैठ पर चीन के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया।

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