
शिमला। दिल्ली में मेडिकल छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के खिलाफ और पीड़ित को न्याय दिलवाने और दोषियों को फांसी पर लटकाने की मांग लेकर शनिवार को रिज और माल रोड होते हुए लोअर बाजार तक कैंडल मार्च निकाला गया। एनएसयूआई की जिला इकाई के आह्वान पर आयोजित इस मार्च में सैकड़ों लोगों ने हाथ में मोमबत्ती को लेकर इस शर्मशार कर देने वाले कृत्य पर गुस्सा जाहिर किया और पीड़ित के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की। रिज मैदान पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास एकत्र हुए सैकड़ों युवाओं और स्थानीय लोगों को एनएसयूआई की जिला इकाई की पूर्व अध्यक्ष रमा मांटा ने शपथ दिलाई कि वे इस तरह की घटनाओं का आज ही नहीं भविष्य में भी पुरजोर विरोध करेंगे। पीड़ित को न्याय दिलाने व दोषी लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए आवाज बुलंद करेंगे। शपथ के बाद स्टेंडिंग साइलेंस विटनेस मार्च शुरू हुआ, जो माल रोड होते हुए नाज और वहां से लोअर बाजार होते हुए उपायुक्त कार्यालय और वहां से रिज पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास समाप्त हुआ। हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने हस्ताक्षर कर अपने इस अभियान को जायज ठहराते हुए सामाजिक सोच में बदलाव लाने और इस तरह के कृत्य करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान करने की मांग की। इस मार्च में एनएसयूआई की जिला इकाई के युवा कार्यकर्ताओं, कर्मियों के साथ ही शहर के युवाओं, बच्चों और हर आयु वर्ग के लोगों ने भाग लिया।
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति और एसएफआई की जिला इकाई के आह्वान पर कैंडल मार्च निकाला गया। इस घृणित कृत्य में शामिल दोषियों को फांसी देने की मांग को लेकर सैकड़ों कार्यकर्ता और आम लोग मार्च में शामिल हुए। नगर निगम के महापौर संजय चौहान, उप महापौर टिकेंद्र सिंह पंवर के साथ ही महिला जनवादी महिला समिति की जिला सचिव फालमा चौहान, जिला अध्यक्ष मीना कपूर, एसएफआई के राज्य अध्यक्ष कपिल भारद्वाज, जिला अध्यक्ष प्रेम कायथ सहित अन्य पदाधिकारी शामिल हुए। शाम पांच बजे उपायुक्त कार्यालय के बाहर शांतिपूर्ण ढंग से एकत्र हुए संगठन नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कैंडल जलाकर माल रोड से नाज और वहां से महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने इस जुलूस को समाप्त किया।