दयालु अम्मा की फिर नहीं हुई सुनवाई

नई दिल्ली। टूजी मामले में दयालु अम्मा की ओर से व्यक्तिगत पेशी से छूट के लिए दायर याचिका सुनने से इनकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने के लिए कहा है। निचली अदालत ने अम्मा को अभियोजन पक्ष के गवाह के तौर पर पेश होने का निर्देश दिया है। जस्टिस गौर ने कहा कि मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रही है। इससे जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई केवल सुप्रीम कोर्ट में हो सकती है, इसलिए आप वहीं पर याचिका दायर करें।
याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने सीबीआई से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि सोमवार को लंच टाइम तक निचली अदालत अम्मा के खिलाफ कोई आदेश न दे।
याचिका पर बहस करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता सुधीर नंदराजोग ने कहा कि बृहस्पतिवार या शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर नहीं लग सकती। इसके बाद हाईकोर्ट ने सोमवार सुबह तक याचिका दायर करने के लिए कहा है।
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि की पत्नी दयालु अम्मा ने याचिका दायर कर कहा कि यह अल्झाइमर से पीड़ित हैं और टूजी मामले में अभियोजन के गवाह के तौर पर गवाही देने की हालत में नहीं है।

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