
गलोड़ (हमीरपुर)। उपमंडल के नारायण ताल जंगल में तेंदुए ने करीब ढाई दर्जन भेड़ों को अपना शिकार बना लिया है। तेंदुए के आतंक से साथ लगते क्षेत्रों के लोग सहम गए हैं। उन्होंने तेंदुए को पकड़ने के लिए क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग की है।
गौर रहे कि शुक्रवार सुबह करीब चार बजे भारी बारिश में तेंदुए ने गद्दियों की भेड़ों के झुंड पर हमला बोल दिया। इस दौरान तेंदुए ने करीब ढाई दर्जन भेड़-बकरियों को अपना निवाला बना लिया है। जैसे ही भेड़-बकरियों पर तेंदुए ने हमला बोला तो भेड़ बकरियां इधर-उधर भागने लगी। इस दौरान गद्दी छुण्णु राम अपने बकरियों को बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगा। छुण्णु राम डेरे पर अकेले था। उसका दूसरा साथी नकुल देव बीमार होने की वजह से वापस अपने घर चंबा चला गया है। छुण्णु राम ने बकरियों को बचाने की काफी कोशिश की लेकिन सब बेकार रही है। हालांकि छुण्णु राम ने काफी शोर मचाया लेकिन जंगल में उसकी आवाज किसी ने नहीं सुनी। गद्दी जंगल में अपनी भागी हुई बकरियों को इकट्ठा करने में लगा रहा। जब तक गददी ने अपनी बकरियों को इकट्ठा किया तब तक तेंदुआ डेरे में बैठे करीब ढाई दर्जन भेड़ बकरियों को अपना निवाला बना चुका था।
क्षेत्र के लोगों में राज कुमार, राजेंद, विद्या प्रकाश, कमल किशोर, रवि, राकेश कुमार, प्रकाश चंद, पाधा राम आदि का कहना है कि तेंदुए की दहशत क्षेत्र में बढ़ गई है। संबंधित विभाग से मांग की है कि क्षेत्र में जल्द पिंजरा लगाया जाए, जिससे लोगों को राहत महसूस हो सके और पीड़ित गद्दी को उचित आर्थिक सहायता मुहैया करवाई जाए।
उधर वन विभाग के आरओ बलबीर सिंह का कहना है कि उन्होंने डिप्टी रेंजर कशमीर सिंह को मौके पर भेज दिया है। उधर, डीएफओ हमीरपुर अनिल जोशी का कहना है कि उनके पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत आने पर उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।