तंगरोटी खास में वन विभाग ने गिराए छह मकान, दो दुकानें

योल (कांगड़ा)। ग्राम पंचायत तंगरोटी खास में अवैध कब्जों पर वन विभाग का पीला पंजा चला। यहां करीब बीस वर्षों से रहे रहे आधा दर्जन परिवारों के आशियाने को वन विभाग ने गिरा दिया। इसमें छह मकान तथा दो दुकानें शामिल हैं।
वन विभाग ने इन अवैध कब्जाधारियों को दस दिन पूर्व कब्जे हटाने के बारे में नोटिस जारी किए थे। लेकिन चार-पांच लोगों को छोड़ अन्य लोगों ने कब्जे नहीं छोड़े। इस पर शनिवार को वन विभाग ने जेसीबी की मदद से लैंटर वाले पक्के मकानों तथा दुकानों को गिरा दिया। वन विभाग के परिक्षेत्र अधिकारी अजय चौहान की अगुवाई वाली बीस सदस्यीय टीम ने शनिवार सुबह ही जेसीबी की मदद से इस कार्रवाई को अंजाम दिया। अजय चौहान ने बताया कि अतिक्रमणकारियों को गत वर्ष 15 सितंबर 2011 को नोटिस जारी किए गए थे।
स्थानीय पंचायत प्रधान नंद लाल, उपप्रधान वीर सिंह, वार्ड सदस्य सुमन देवी, ग्रामीणों लांबा राम, जयचंद, निर्मला देवी, सुभाष चंद, जगदंबा देवी ने जिला प्रशासन तथा प्रदेश सरकार से बेघर हुए परिवारों की सहायता की मांग की है।

मैकलोडगंज में क्यों नहीं हुई कार्रवाई?
80 वर्षीय वृद्धा जुदया देवी ने कहा कि वह यहां परिवार समेत पिछले बीस वर्षों से रह रही है। लेकिन अब आशियाना छिनने से ठंड में रात बिताने की चिंता सताने लगी है। उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि प्रशासन उन्हें पहले ही यहां बसने न देता। पीड़ितों ने कहा कि वन विभाग पिक एंड चूज की प्रक्रिया अपना रहा है। चूंकि पर्यटन नगरी मैकलोडगंज में सैकड़ों अवैध कब्जे हैं। लेकिन वहां धन्नासेठों पर कोई कार्रवाई करने से विभाग के अधिकारी कतरा रहे हैं।

Related posts

Leave a Comment