शिमला। जतोग छावनी में निजी बसों के न आने से स्थानीय लोग भड़क गए हैं। सोमवार सुबह 11:00 बजे सैकड़ों लोगों ने विरोध स्वरूप टुटू के पास यादगार में नेशनल हाईवे-88 शिमला कांगड़ा पर दो घंटे तक चक्का जाम किया। इस दौरान बालूगंज से हीरानगर तक छोटे-बड़े वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। चक्का जाम होने के करीब सवा घंटा बाद एसडीएम शिमला ग्रामीण ज्ञान सागर नेगी और आरटीओ कैप्टन राम कुमार जाम खुलवाने पहुंचे। एक घंटा लोगों से बातचीत कर मामले को सुलझाया गया। अधिकारियों से लिखित में नियमित बस सर्विस का आश्वासन मिलने के बाद ही प्रदर्शनकारियों ने चक्का जाम बंद किया।
जतोग छावनी क्षेत्र के निर्वाचित वार्ड सदस्य कमल गुप्ता और निर्मला गर्ग की अगुवाई में स्थानीय लोग सोमवार सुबह 11:00 बजे यादगार के पास बीच सड़क में बैठ गए। निजी बसों के जतोग छावनी न आने की मांग उठाते हुए स्थानीय लोगों ने प्रशासन और परिवहन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हाथ में तख्तियां लेकर आए लोगों ने आरटीओ और प्राइवेट आपरेटरों में मिलीभगत का आरोप लगाया। कमल गुप्ता, निर्मला गुप्ता सहित दीपक पंवर, अजय गर्ग, हुक्म सिंह, गोपाल गुप्ता, धन्ना लाल गुप्ता, अमन भसीन, सुरेंद्र कुमार, हुक्म चंद, रॉबिन सन, सतपाल, विकास, डेविट, जय कुमार, बुद्धि राम, करण जीत सिंह ने कहा कि क्षेत्र के लिए सौ से अधिक निजी बसों के रूट हैं लेकिन एक भी बस यहां नहीं आती। करीब ढाई हजार की आबादी को रोजाना सुबह और शाम तीन किलोमीटर पैदल सफर करना पड़ रहा है। कई बार प्रशासन के समक्ष यह समस्या उठाई गई लेकिन दो दिन कार्रवाई होती है और फिर पुराने ढर्रे पर व्यवस्था चली जाती है।