जिले में बाल मजदूरी शून्य दर्शाने पर नाराजगी

रुद्रप्रयाग। राज्य बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष अजय सेतिया ने जिले में बाल मजदूरी शून्य दर्शाए जाने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने अधिकारियों को सही सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए हैं।
जिला सभागार में बाल अधिकार/संरक्षण संबंधी बैठक में उन्होंने कहा कि जहां श्रम प्रवर्तन अधिकारी तैनात नहीं है, वहां बाल मजदूर शून्य बताए जा रहे हैं। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। पहाड़ में काफी संख्या में बाल श्रमिक हैं।
सेतिया ने बताया कि थाने के बाहर बाल अधिकारों से जुडे़ अधिकारियों के नाम और फोन नंबर सूचना पट पर अंकित किए जाए, ताकि कोई आदमी बाल अत्याचार या अन्य कोई जानकारी दे सके। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए कि जिले में जो भी कंपनियां काम कर रही हैं, वे अपने सीएसआर (कॉरपोरेट सोशियल रिस्पॉस्बलिटी) का पैसा अपने हेड ऑफिस के बजाय क्षेत्र के जरूरतमंद बच्चाें पर खर्च करें। माह में एक बार बाल कल्याण अधिकारियों की बैठक होनी चाहिए, जिसमें किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष व सदस्यों को भी बुलाया जाए।
बैठक में एसडीएम सदर ललित नारायण मिश्र, सीडीओ आएस पोखरिया, एसपी बरिंदर जीत सिंह और सीएमओ डा. केडी शर्मा आदि मौजूद थे।

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