
भोपाल: पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम ने युवाओं से आगे बढने और अपनी अलग पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने का आह्वान किया है। उन्होंने युवाओं से कहा कि छोटी सोच या छोटा लक्ष्य एक अपराध के समान है। इस लिए हमेशा बडा सोचें और आगे बढ़ें। सर्च एण्ड रिसर्च डवलपेंट सोसायटी द्वारा यहा आयोंजित सूर्च एण्ड रिसर्च यूथ कान्क्लेव का शुभारंभ करते हुए डा.कलाम ने आज यह बात कहीं। उन्होंने बडी सोच और बडे लक्ष्यों को लेकर दुनिया में विख्यात अविष्कारकों और मानवता की सेवा करने वाले थामस एडीसन अल्वा, राईट ब्रदर्स ग्राहम बेल, सर सीवी रमन, गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन मदर टेरेसा और मेडम क्यूरी के उदाहरण देते हुए कहा कि इन सभी ने बडे लक्ष्य रखे थे ।
इन सभी को हम इसलिए पहचानते है कि उनमें अपनी एक विशिष्टता थी । ग्रेट ह्यूमन लाइफ की विशेषता बताते हुए उन्होंने कहा कि महान लक्ष्य, ज्ञान प्राप्तिस प्राप्ति, कडी मेहनत और बाधाओं से लडने की हिम्मत होना जरूरी हैं। डा. कलाम ने युवाओं में जोश भरने के लिए सूफी कवि जलाल कवि जलालउद्दीन रूमी की प्रसिद्व आई कविता, विल फ्लाय एण्ड फ्लाय सुनाते हुए कहा कि हर युवा को यह मानना चाहिए कि उनका जन्म एक महान विचार और बडे स्वप्न के लिए हुआ है जब आपके मन में यह बात हो कि मैं जीतूंगा । इस अवसर पर डा. कलाम ने यहा युवाओं को शपथ दिलाई।