छोटी पुलियाएं, टूटी रेलिंग्स दे रही हादसों को न्योता

पांवटा साहिब(सिरमौर)। करीब डेढ़ दशक पहले देहरादून पांवटा-कालाअंब एनएच-72 मार्ग किया जा चुका है। इसके बाद पांवटा से धौलाकुआं तक एनएच सड़क को चौड़ा भी कर दिया गया लेकिन दर्जनों छोटी पुलियाएं आज भी एनएच मानकों के अनुरूप चौड़ी नहीं हो सकी हैं। कई पुलियाओं की क्षतिग्रस्त रेलिंग हादसों को निमंत्रण दे रही है। आजकल धुंध व रात के अंधेरे में हमेशा हादसे का खतरा बना रहता है।
हिमाचल प्रदेश चेंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री संघ पांवटा इकाई अध्यक्ष सतीश गोयल, सिरमौर ट्रक आपरेटर संघ अध्यक्ष चरनजीत सिंह चन्नी, रोड़ सेफ्टी क्लब पांवटा इकाई अध्यक्ष भजन सिंह चौधरी, वरिष्ठ अधिवक्ता नंदलाल परवाल, रतन सिंह चौहान, प्रदीप शर्मा, गीता राम ठाकुर, लाल सिंह, रामभज तोमर, बलबीर ठाकुर, उदय शर्मा, सिरमौर निजी बस संघ अध्यक्ष मामराज शर्मा, अखिल शर्मा व रामेश्वर शर्मा ने बताया कि पांवटा से मारकंडा, सूरजपुर व बातापुल भी एनएच-72 मानकों के अनुरूप नहीं है। इनकी रेलिंग्स क्षतिग्रस्त हो चुकी है जिससे हमेशा वाहन हादसों का खतरा रहता है। इससे कई दोपहिया वाहनों के हादसे हो भी चुके हैं।
एनएच पर सबसे ज्यादा दिक्कतें तंग छोटी पुलियाओं से होती है। आजकल सुबह शाम होने वाली घनी धुंध-कोहरा व रात के अंधेरे में हमेशा हादसे का खतरा रहता है। कई स्थलों पर सड़क तो चौड़ी है लेकिन दशकों पहले बनी पुलियाओं को अभी तक भी चौड़ा नहीं किया जा सका है। क्षेत्रवासियों ने एनएच पर बने पुराने पुल व छोटी पुलियाओं को एनएच मानकों के अनुरूप चौड़ा बनाने की मांग रखी है। इनकी टूटी रेलिंग्स को शीघ्र ठीक करवाने की मांग रखी है।
उधर, एनएच विभाग के सहायक अभियंता एनके वर्मा ने बताया कि पुलियाओं की टूटी रेलिंग्स को ठीक करवा दिया जाएगा। इसके लिए एस्टीमेट बना कर मंजूरी को भेजा गया है। बजट प्रावधान होते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। सहायक अभियंता ने कहा कि एनएच-72 पर बने दशकों पुराने पुल व छोटी पुलिया को चौड़ा करने के लिए भी प्रपोजल बनाई जा रही है।

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