ग्रेग ने मुश्किल वक्त में दिया श्रीलंका का साथ

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और कमेंटेटर टोनी ग्रेग के निधन पर शोक जताते हुए श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने कहा कि ग्रेग ने हर मुश्किल घड़ी में श्रीलंका का साथ दिया। वह उनके इस प्यार और सहयोग को कभी नहीं भूलेंगे।

टोनी ग्रेग का शनिवार को सिडनी में दिल का दौरा पडने से निधन हो गया। वह 66 वर्ष के थे। रणतुंगा ने ग्रेग के निधन को भारी क्षति बताया। उन्‍होंने कहा कि आस्ट्रेलिया में 1995 और फिर 1999 में जब मुथैया मुरलीधरन की नो बाल-को लेकर विवाद हुआ था तब भी ग्रेग ने हमारा साथ दिया था।

रणतुंगा ने कहा, ‘ग्रेग ने न सिर्फ हमारा हमेशा साथ दिया बल्कि वह श्रीलंकाई क्रिकेट के बहुत बड़े प्रशंसक भी थे। वह हमारे देश को बहुत प्यार करते थे। ग्रेग को अक्तूबर में फेफडे के कैंसर का पता चला था।

पूर्व श्रीलंकाई कप्तान ने कहा कि 1970 के दशक में वर्ल्ड सीरीज क्रांति के सूत्रधारों में से एक रहे ग्रेग ने इंग्लैंड की टोनी लुइस की टीम के साथ 1973 में श्रीलंका का दौरा किया।

रणतुंगा ने बताया कि ग्रेग वह पहले इंसान थे जिन्होंने कहा था कि श्रीलंका विश्व कप जीतेगा। वह क्रिकेट पर आईपीएल के नकारात्मक असर को लेकर भी हमेशा अपने विचारों को व्यक्त करते थे।

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