
रुद्रप्रयाग। जिले में गौरीकुंड, सोनप्रयाग, चंद्रापुरी का पूरा मार्केट मंदाकिनी नदी के आगोश में समा गया है। अगस्त्यमुनि में करीब 40 भवन मंदाकिनी में समा चुके हैं। रामबाड़ा से पुलिस ने 50 से 60 लोगों के बहने की सूचना वायरलेस पर प्रशासन को दी है। उनके वायरलेस भी पानी में बह गए हैं, इससे सूचनाओं का आदान-प्रदान नहीं हो रहा है।
रुद्रप्रयाग में भी नदी का पानी कई घराें में घुस गया। प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए नदी किनारे स्थित भवनाें को खाली करने की अपील जनता से की है। जिले में आपदा से दो दिन में दस लोगाें के मरने और एक के लापता होने की पुष्टि हुई है। केदारनाथ में भी पांच लोगाें की मौत की पुष्टि हुई, जबकि कई लापता हैं। एसडीएम और सीओ के भी चोटिल होने की सूचना है। केदारनाथ स्थित स्वास्थ्य केंद्र में भी पानी भर गया है। गौरीकुंड में होटल और बस पार्किंग बह गई हैं 18 वाहनों के बहने की सूचना है। सिल्ली में 25 मकान और विजयनगर में 30 मकान ध्वस्त हो गए। तिलवाड़ा में चार मकान बहे हैं जबकि केदारनाथ में भूस्खलन जारी है। जिला प्रशासन ने शासन से मदद की गुहार लगाई है।
मंदाकिनी और केदारघाटी का संपर्क कटा
सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त होने से मंदाकिनी और केदारघाटी का संपर्क कट चुका है। संचार, विद्युत और पेयजल सेवाएं ठप हो गई हैं। रतूड़ा धारकोट में झूला पुल बह गया और गंगानगर में मोटर पुल के ऊपर से पानी गुजर रहा है। फाटा के पास गांव में एक पुल बह गया जिससे यहां टापू बनने से 11 परिवार फंसे हैं। बारिश से कुंड मोटर पुल मंदाकिनी नदी में डूब गया है। जवाड़ी-रुद्रप्रयाग बाईपास मोटर पुल, संगम झूला पुल, विजयनगर पुल उफनती नदी में बह गए हैं। जबकि केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित बेलनी पुल भी नदी के बहाव से क्षतिग्रस्त हो गया। प्रशासन ने पुल से वाहनाें की आवाजाही बंद करवा दी है।
नदियों से बढ़ा खतरा
अलकनंदा का खतरे का जलस्तर 627 है जबकि सोमवार सुबह आठ बजे नदी का जलस्तर 633.8 पर पहुंच गया। वहीं मंदाकिनी का जलस्तर 626 है जो 635.5 तक पहुंच गया है। वहीं आपदा प्रबंधन विभाग ने शासन को यात्रा के दौरान हुई आपदा की प्रारंभिक सूचना दे दी है।
खराब मौसम ने रोकी उड़ान
जौलीग्रांट से वायु सेना की ओर से राहत-बचाव कार्य के लिए हेलीकाप्टर भेजने का निर्णय लिया गया है। लेकिन खराब मौसम के कारण हेलीकाप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा है। मौसम साफ होते ही हेलीकाप्टर के जरिए प्रभावित क्षेत्राे में लंच पैकेट और दवाइयाें का वितरण किया जाएगा। केदारनाथ राजमार्ग पर तीन वैली ब्रिज बनाने की जरूरत है। इस संबंध में शासन को पत्र भेजा है। – विजय ढौंडियाल, डीएम, रुद्रप्रयाग।