
शाहतलाई (बिलासपुर)। जिला में करीब तीन दिन से हो रही बारिश से किसानों और बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं। किसानों को इस बार बेहतर फसल की उम्मीद जगी है। उधर, कृषि विभाग के अनुसार यदि मार्च माह में एक और बारिश होती है तो जिला में लक्ष्य से दस फीसदी अधिक गेहूं की पैदावार होगी।
किसान प्रकाश चंद, रोशन लाल, मनेंद्र चंदेल, उत्तम चंद, सुशील कुमार, अमृतलाल, संतराम, लेखराज, सरला शर्मा, योगिंद्र कुमार, हरिदत्त, अशोक शर्मा, सीता राम, केहर सिंह, सुरेश कुमार, प्रेम चंद, रक्षा देवी, मनोरमा चौहान, कमल चौहान, वीरी सिंह वर्मा, कश्मीर सिंह, गंगाराम, निक्का राम, महेंद्र सिंह, कर्म सिंह, सोहन सिंह ने कहा कि किसानों के लिए बारिश वरदान साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष समय पर बारिश न होने पर किसानों को पीला रतुआ रोग के चलते भारी नुकसान उठाना पड़ा था, लेकिन इस नवंबर, जनवरी, फरवरी माह में बेहतर बारिश होने के कारण किसानों की फसलों पर यह बीमारी भी नहीं लगेगी। किसानों ने कहा कि यदि मार्च माह में एक और बारिश हो जाती है तो किसानों को पहले से अधिक गेहूं की फसल की पैदावार होगी। उधर, कृषि विभाग ने इस बार जिला में 48 हजार मीट्रिक टन गेहूं की फसल की पैदावार का लक्ष्य रखा है।
कृषि विभाग के उपनिदेशक जीसी लखनपाल ने कहा कि विभाग की ओर से इस बार 48 हजार मीट्रिक टन गेहूं की पैदावार का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि यदि मार्च माह में एक और बारिश होती है कि इस बार जिला में लक्ष्य से अधिक दस फीसदी गेहूं की फसल की पैदावार होगी। उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि वे गेहूं की फसल में 3 किलो प्रति बीघा के हिसाब से यूरिया और 5 किलो प्रति बीघा के हिसाब से कैन खाद का छिड़काव करें। उन्होंने कहा कि मौसम फसल के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि किसानों को इस बार गेहूं की फलस को लगने वाले पीले रतुआ रोग से भी डरने की आवश्यकता नहीं है।