किन्नौर के लिए नहीं उड़ा उड़नखटोला

सांगला (किन्नौर)। घाटी में फंसे दर्जनों लोगों को हेलिकाप्टर सुविधा नहीं मिल पाई है। प्रशासन का तर्क है कि किन्नौर में अधिकांश स्थानों पर एनएच को बहाल कर दिया गया है। इसके चलते अब हेलिकाप्टर की आवश्यकता नहीं है। वहीं, बुधवार को रिकांगपिओ से रल्ली तक छोटे वाहन और कड़छम से शिमला के लिए बस सेवा शुरू हो गई है। वहीं, हिम खंड की चपेट में मारे गए जम्मू और चंबा के तीन लोगों की मौत हो गई थी। इनके शव भी उनके घरों के लिए भेज दिए गए हैं। जबकि क्षेत्र के बंद ग्रामीण रूट अभी भी बंद ही पड़े हुए हैं। पिछले सप्ताह किन्नौर में हुई भारी बर्फबारी के चलते किन्नौर की टापरी, रिकांगपिओ और रामपुर में लाहौत स्पीति के करीब साठ लोग फंसे थे। इन स्थानों पर फंसे लोगों ने जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार से मांग की थी कि उन्हें लाहौल स्पीति पहुंचाने के लिए हेलिकाप्टर सुविधा मुहैया करवाई जाए। इधर, उपायुक्त किन्नौर कै. जेएम पठानिया ने बताया कि रिकांगपिओ से रल्ली तक छोटे वाहन चलना शुरू हो गए हैं। जबकि, कड़छम से शिमला के लिए बस सेवा शुरू कर दी गई है। इसके चलते अब हेलिकाप्टर की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए कि जल्द से जल्द लोगों की समस्याओं को दूर किया जाए। उन्होंने कहा कि किन्नौर में बंद ग्रामीण मार्गों को भी जल्द बहाल कर दिया जाएगा।

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