जनता हैरान है कि आखिर यह क्या नौटंकी चल रही है ? जिन्हे सेवा के लिए चुना गया था आज वो खुद कड़े पहरे में कैद होकर रह गए । क्या देश का लोकतंत्र खतरे में है या जनता द्वारा चुने विधायकों को पार्टी में ही निष्क्रीय किये जाने का ख़मयाज़ा है ।
उत्तराखंड के एक होटल में ठहराए गए हिमाचल कांग्रेस के बागी और निर्दलीय विधायकों को किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। होटल को चारों ओर से सील किया गया है। सीआरपीएफ होटल के भीतर, जबकि बाहर उत्तराखंड पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। होटल के भीतर आने-जाने वालों की जांच की जा रही है। होटल की सुरक्षा अलग से है। होटल प्रबंधक को होटल में ठहरे और ठहरने वालों की सूची दी गई है। इस सूची में गाड़ियों के नंबर, नाम-पता, सब जानकारी है। होटल से बागी विधायकों को बाहर आने की भी अनुमति नहीं है।
सूत्र बताते हैं कि नामी होटल में छह कमरे बुक किए गए हैं। इनमें कांग्रेस के छह बागी, तीन निर्दलीय, भाजपा के दो विधायक के अलावा दो अन्य लोग इनके साथ हैं। यह भी बताया गया है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी उनसे नहीं मिले हैं। इससे पहले जब ये चंडीगढ़ के एक निजी होटल में थे तो इनसे कांग्रेस और भाजपा के नेताओं का मिलना-जुलना लगा रहता था। ऐसे में इन विधायकों को शिफ्ट कर ऋषिकेश ले जाया गया है। इन बागी विधायकों को किस-किस के फोन आ रहे हैं। इस पर भी नजर रखी जा रही है।