थानाकलां (ऊना)। कुटलैहड़ क्षेत्र के गांवों में लोगों को पेयजल के जुगाड़ के लिए पसीना बहाना पड़ रहा है। लोग मारे-मारे फिर रहे हैं। करोड़ों की योजनाएं आरंभ होने के बावजूद पेयजल की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है। योजनाओं से पर्याप्त मात्रा में पानी लिफ्ट नहीं हो पा रहा है। आलम यह है कि हलके में जहां ग्रामीणों को दिन में दो बार पानी की आपूर्ति होने का प्रावधान है, वहीं लोगों को तीसरे दिन पेयजल आपूर्ति हो पा रही है। वह भी महज आधा घंटा। आजकल क्षेत्र के हटली, जडोल, बुधान, तुरकाल, घटी, कैहलवीं, धुंधला अपर, मढान, सासण, बुढवार, छपरोह, वूसल, रछौल, अघलौर, नरघोटा, झारखड्ड सहित अन्य कई गांवों में लोगों को पानी के लिए दूरदराज के प्राकृतिक जल स्रोतों का सहारा लेना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों में राम स्वरूप, विधि चंद, प्रेम चंद, उर्मिला देवी, दिनेश कुमार, कश्मीरी देवी, रेखा देवी, स्नेह लता, सुमन कुमारी, सूरम सिंह, जोगिंद्र सिंह, जगत राम आदि ने कहा कि तीसरे दिन विभाग की ओर से मात्र आधा घंटा ही अधिकतर गांवों में पेयजल आपूर्ति की जा रही है, जोकि एक परिवार के लिए बहुत ही कम है। आरोप है कि विभाग की ओर से प्रतिदिन दिन में दो बार पेयजल उपलब्ध करवाने की एवज में नलों के बिल प्रतिमाह के हिसाब से थमा दिए जाते हैं। जबकि पानी की आपूर्ति तीसरे दिन भी नहीं हो पा रही है। क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में निजी नलों के कनेक्शन हैं। कई हैंडपंप लगे हैं। भयंकर गर्मी के इस दौर में नल सूखे पड़े हैं और हैंडपंप भी जवाब दे गए हैं। ग्रामीण पानी के जुगाड़ के लिए दिन-रात एक करने लगे हैं और प्राकृतिक जल स्रोतों पर डेरा जमा रहे हैं। लेकिन, गांवों के प्राकृतिक स्रोतों में क्लोरीनेशन की कोई व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते दूषित पानी के सेवन से बीमारियों के फैलने का भय बना हुआ है।
शिकायत पर तुरंत हो रहा कार्य : जेई
आईपीएच विभाग के कनिष्ठ अभियंता जुगल किशोर का कहना है कि क्षेत्र के सभी गांवों में बराबर पेयजल आपूर्ति की जा रही है। हालांकि, गर्मियों में अलग से पेयजल समस्या से निपटने के भी प्रबंध किए जा रहे हैं। जिन इलाकों से शिकायत आ रही हैं, वहां समस्या के समाधान के लिए तत्काल कदम उठाए जा रहे हैं।
लिखित शिकायत दें तो लगाएंगे टैंकर : मलांगड़
पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रामदास मलांगड़ का कहना है कि लोग विभाग के पास लिखित शिकायत दें। जिन गांवों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है, वहां टैंकर की व्यवस्था करेंगे।
समस्या का हल कराएंगे : कंवर
विधायक विरेंद्र कंवर ने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में कुटलैहड़ में करोड़ों की योजनाएं और सैकड़ों की संख्या में हैंडपंप लगाए गए हैं। अगर किसी गांव में समस्या है तो वह विधायक होने के नाते प्राथमिकता के आधार पर समस्या उठाएंगे और इसका हल कराएंगे।
बिजली कट से पेश आ रही समस्या: जेई
सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग ने दावा किया कि पानी की कमी नहीं है पर, बिजली के कटों के चलते मोटर एक घंटे से ज्यादा नहीं चल पा रही है। जिसके चलते टैंकों में पानी एकत्रित नहीं हो पा रहा है। इससे पानी की समस्या खड़ी हो गई है। विभाग के कनिष्ठ अभियंता प्रेम दत्याल ने कहा कि विद्युत आपूर्ति सुचारु होने पर समस्या का समाधान हो सकता है। उन्होंने कहा कि बरनोह और स्कोन में विद्युत केे टों के चलते समस्या आ रही है। पानी की कोई कमी नहीं है।