
मंडी। बंदरों की समस्या से किसानों और आम लोगों को निजात दिलाने के लिए वन महकमा शीघ्र ही अभियान शुरू करेगा। इसके लिए पूरे प्रदेश में सभी वन मंडलों को कैंपा हेड से दो-दो लाख रुपए की राशि दी गई है। बंदरों को पकड़कर सुंदरनगर और हमीरपुर स्थित केंद्रों में नसबंदी की जाएगी। पहली बार नसबंदी करने के बाद बंदरों के सिर पर कलर डाई लगाई जाएगी। साथ ही बंदरों का कंप्यूटर पर डाटा तैयार किया जाएगा।
पूरे प्रदेश में ग्रामीण कस्बों से लेकर शहरी क्षेत्रों में बंदरों की समस्या से किसान और आम लोग काफी परेशान हैं। इस समस्या को देखते हुए वन विभाग शीघ्र ही बंदरों को पकड़ कर नसबंदी करने का अभियान शुरू करेगा। इस कार्य के लिए कैंपा हेड से वाइल्ड लाइफ की ओर से प्रत्येक वन मंडल को दो-दो लाख रुपए की राशि दी गई है। नई बात यह रहेगी कि नसबंदी के बाद बंदरों के सिर पर कलर डाई की जाएगी। साथ ही नसबंदी केंद्र में बंदर का कंप्यूटर डाटा तैयार किया जाएगा। जिसमें बंदर का नाम भी दिया जाएगा। साथ ही वजन, लंबाई का रिकॉर्ड विभाग के पास होगा। शहर में बंदर पकड़ने का काम नगर परिषद का होगा। जबकि शहर से बाहरी क्षेत्रों में वन विभाग के कर्मचारी बंदरों को पकड़ने का काम करेंगे। नगर परिषद को एक बंदर पकड़ने की एवज में पांच सौ रुपए वन विभाग की ओर से दिए जाएंगे।
वनमंडलाधिकारी मंडी एचके सरवटा का कहना है कि जल्द ही बंदरों को पकड़ कर नसबंदी करने का अभियान शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहर में बंदर पकड़ने के लिए नगर परिषद को पत्र भेजा गया है। जबकि, शहर से बाहर विभाग खुद बंदरों को पकड़ने का अभियान चलाएगा।