और ‘लाल’ हुआ टमाटर

नई दिल्ली। एक थैले में एक किलो आलू और एक टमाटर डाल मन मसोसकर सब्जी खरीदती महिला के चेहरे का रंग बता रहा था कि टमाटर ने सबके होश उड़ा रखे हैं। दो दिन पहले राजधानी के कई इलाकों में 60 रुपये किलो तक मिल रहा टमाटर अब 80 से 100 रुपये प्रति किलो तक मिल रहा है। लोगों का कहना है कि फुटकर विक्रेताओं की मनमानी से सब्जियों के दामों में उछाल आ रहा है।
दाल और सब्जी में टमाटर खाने के शौकीनों का तो जैसे स्वाद ही गायब हो चुका है। लोगों की थाली में सब्जियां हैं जरूर, पर उनका रंग गायब है। टमाटर के चढ़ते दामों ने लोगों का जायका बिगाड़ दिया है। बारिश के बाद टमाटर के साथ-साथ अन्य सब्जियों के बढ़े दाम का असर अब लोगों की जेब पर पड़ने लगा है और यही वजह है कि एक किलो सब्जी खरीदने वाले अब एक पाव खरीद रहे हैं।

(खुदरा मूल्य रु. प्रति किग्रा.)
सब्जी डेढ़ हफ्ता पहले अब
टमाटर 20 80
मटर 25 80
फूलगोभी 30 60
हरा धनिया 60 80
शिमला मिर्च 30 50
बैगन 20 40
प्याज 15 30
टिंडा 10 30
खीरा 10 20
लहसुन 40 60
हरी मिर्च 40 40
नीबू 50 80

पहले दो किलो टमाटर खरीदता था और अब एक किलो भी लेने में सोचता हूं। अदरक तो लेना बंद ही कर दिया है। जब से ये सरकार आई है, तभी से महंगाई ने जीना हराम कर दिया है।
-सुनील डोगरा, ग्राहक

मैं रेहड़ी वालों या फुटकर विक्रे ताओं से सब्जी खरीदने के बजाय मंडी से खरीदता हूं। वहां रेट में भी फर्क रहता है। वैसे महंगाई तो बढ़ी ही है।
-एके गोयल, ग्राहक

टमाटर की महंगाई का ही असर है कि अभी मैंने सिर्फ एक टमाटर खरीदा है। बिना टमाटर के सब्जी-दाल अच्छी नहीं लगती पर क्या करें। दो हफ्तों से दाल में भी टमाटर डालना बंद कर दिया है।
-उष्मा खातून, ग्राहक

घर का बजट गड़बड़ा गया है। पहले स्वाद देखकर सब्जियां खरीदते थे और अब रेट देखकर खरीदते हैं। टमाटर, हरा धनिया और अदरक खरीदने के लिए तो दस बार सोचना पड़ता है।
-निर्मला गुप्ता, ग्राहक

सब्जियों ने पूरा बजट बिगाड़ कर रख दिया है। सब्जियों के दाम आसमान छू ही रहे हैं। पहले जहां 40 रुपये में हम पांच किलो सब्जी खरीदते थे अब उसी के लिए 350 के दाम चुका रहे हैं।
-राजकुमार, सब्जी विक्रेता

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