
सरकाघाट (मंडी)। हिमाचल पथ परिवहन निगम कर्मचारियाें ने निगम प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर रोष जाहिर किया है। हाल ही में जारी ओवरटाइम आदेशों पर परिवहन कर्मचारी खफा हो गए हैं। परिवहन निगम के सरकाघाट परिचालक-चालक संघ ने ओवरटाइम के आदेशों पर प्रबंधन के प्रति कड़ी नाराजगी जताई है। डिपो के 97 में से 90 परिचालकों ने जारी आदेशाें के स्थान पर पहले के आदेशाें को बहाल करने की मांग को लेकर हस्ताक्षरित ज्ञापन प्रबंधन को भेजा है। इस पर संघ के सचिव सोहन सिंह का कहना है कि हाल ही में जारी ओवरटाइम के आदेशों से उन्हें आर्थिक हानि हो रही है, जो संघ को कतई स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कार्य के बोझ का हवाला देते हुए परिचालकों द्वारा इसके विरोध की बात कही है। सचिव के अनुसार मौजूदा समय में सरकाघाट डिपो में निगम की सौ गाड़ियां 166 रूटाें पर चल रही हैं, जिन पर केवल 97 परिचालक हैं। सात परिचालक रात्रि विश्राम में होने पर 90 परिचालकों पर काम का बोझ रहता है। उनका कहना है कि जहां परिचालक उपलब्ध नहीं हैं, वहां अप्रेंटिस, मैकेनिकों और ड्राइवराें को भेजा जाता है। अत्यधिक काम के बोझ के कारण कई कर्मचारी मानसिक तनाव में रह रहे हैं, लेकिन हाल ही में जारी ओवरटाइम के आदेशाें से उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है। संघ ने पहले के आदेशों को बहाल करने की मांग की है। इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष तामेश्वर, मनोज कुमार व रणजीत आदि पदाधिकारी भी उपस्थित थे।