एसएसबी गुरिल्लाओं ने रैली निकाल किया प्रदर्शन

मंडी। एसएसबी प्रशिक्षित बेरोजगार गुरिल्लाओं ने मांगों को लेकर एक बार फिर विशाल आंदोलन की ताल ठोंक दी है। इस कड़ी में मंगलवार को मंडी में विशाल जुलूस रैली निकाली गई। रैली में जिला भर के महिला-पुरुष एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्लाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस मौके पर संगठन ने मांगाें को लेकर जमकर नारेबाजी की। संगठन ने राज्य अध्यक्ष एमआर भारद्वाज की अगुवाई में विचाराधीन मांगों को लेकर उपायुक्त मंडी के माध्यम से गृह मंत्री तथा गृह राज्य मंत्री को ज्ञापन प्रेषित किए। मांग की गई कि संगठन की चार मांगों को फरवरी माह तक लागू किया जाए। 28 फरवरी तक मांगों को पूरा नहीं किया गया तो चार मार्च को दिल्ली के जंतर-मंतर पर राष्ट्रीय स्तर का धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
संगठन को गृह राज्य मंत्री की ओर से दस में से चार मांगों पर सहमति का आश्वासन मिला है। इसके चलते संगठन इन चार मांगों को फरवरी माह तक लागू करवाने की जिद पर उतर गया है। मंगलवार को संगठन की जुलूस रैली मंडी शहर से होते हुए उपायुक्त कार्यालय पहुंची। उल्लेखनीय है कि हिमाचल के गुरिल्ला मणिुपर राज्य की तर्ज पर पालिसी बनाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन शांतिप्रिय राज्य होने के चलते सरकार हिमाचल के गुरिल्लाओं की सभी दस मांगों को मानने को तैयार नहीं है। हिमाचल के गुरिल्ला संगठन ने मणिपुर राज्य की तर्ज पर ही अपनी सभी दस मांगें गृह मंत्रालय के समक्ष रखी हैं, लेकिन संगठन को चार मांगाें पर सहमति का आश्वासन मिला है। इनमें पहली मांग पर बनी सहमति के तहत 60 साल की आयु पूरी कर चुके वालंटियरों को एक-एक लाख मिलेगा। इसके अलावा 40-45 साल तक के वालंटियरों की वरीयता के आधार पर वोकेशनल ट्रेनिंग करवाई जाएगी। तीसरी मांग पर बनी सहमति के अनुरूप जो वालंटियर 35-40 साल के बीच के हैं, उन्हें सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी पर रखा जाएगा, जबकि एक अन्य मांग पर मिले सहमति के आश्वासन के अनुरूप जो वालंटियर अपंग हैं, उनके लिए वोकेशनल ट्रेनिंग करवाने के बाद भर्ती में आरक्षण कोटा तथा विधवा के बच्चों के लिए एक्स-सर्विसमैन कोटा दिया जाएगा। राज्याध्यक्ष एमआर भारद्वाज ने ऐलान किया कि संगठन अपना मासिक प्रदर्शन तब तक जारी रखेगा, जब तक गृह मंत्रालय गुरिल्लाआें को सेवा लाभ प्रदान नहीं कर देता। इस अवसर पर सर्कल सचिव चिंतराम व पालमपुर सर्कल के प्रधान कुलदीप सिंह आदि मौजूद थे।

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