एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पाकिस्तानी सेना को आड़े हाथों लिया

इस्लामाबाद: एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पाकिस्तान की सेना पर आज आरोप लगाया कि वह अफगानिस्तान की सीमा से लगते देश के अशांत कबायली इलाकों में व्यापक पैमाने पर मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है। एमनेस्टी ने कहा कि तालिबान एवं अन्य आतंकवादियों से लडऩे में कई कानूनों का दुरूपयोग किया जा रहा है।

अपनी नई रिपोर्ट ‘‘द हैंड्स ऑफ क्रूएल्टी : एब्यूजेज बाई आम्र्ड फोर्सेज एंड तालिबान इन पाकिस्तान ट्राइबल एरियाज’’ में मानवाधिकार समूह ने कहा कि सैनिक मनमाने तरीके से लोगों को लंबी अवधि तक बिना आरोप के हिरासत में रखते हैं और उन्हें कानूनी सहायता नहीं दी जाती। मानवाधिकार उल्लंघन के पीडि़तों, गवाहों, वकीलों, अधिकारियों और आतंकवादियों के सौ से ज्यादा साक्षात्कार पर आधारित रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि हत्या और उत्पीडऩ के मामले सामने आए और हिरासत में लिए गए कुछ लोगों के रिश्तेदारों को काफी समय तक उनके बारे में कुछ भी पता नहीं चला।

समूह ने आरोप लगाया कि हिरासत में लिए गए कुछ लोगों के शव उनके परिजन को लौटा दिए गए या कबायली क्षेत्र के सुदूर इलाके में फेंक दिए गए। इसने कहा, ‘‘हिरासत में लिए गए जिन लोगों को रिहा किया गया उन्हें और उनके परिजन को हिरासत के बारे में खुलेआम कुछ भी बोलने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई।’’

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