
रामपुर बुशहर। अंतरराष्ट्रीय लवी मेले में अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए नगर परिषद ने सभी नियमों को ताक पर रख कर प्लाट आवंटन किया। जो नगर परिषद पहले प्लाट सबलेट पर रोक लगाने के दावे कर रही थी, उसी ने सभी नियमों को ताक पर रख कर एक व्यक्ति को 80 प्लाट जारी कर दिए। इन्हें बाद में दोगुने दामों से अधिक में बेचा गया। हालांकि, नगर परिषद ने पिछले वर्ष के रेट में दस फीसदी की बढ़ोतरी करने की बात की थी, लेकिन व्यापारियों को इसके बारे में पिछले साल की तुलना में दोगुने दाम पर प्लाट मिले। लवी में नगर परिषद की मनमानी का पता इस बात से चलता है कि किसी को प्लाट सस्ते दामों पर दे दिया गया, जबकि अन्य को उतना ही प्लाट भारी भरकम दाम में बेचा गया। हालांकि, इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम रामपुर ने तहसीलदार की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी बनाई है, जो पूरे मामले की जांच करेगी। अंतरराष्ट्रीय मेले में चाहे मेला ग्राउंड के प्लाट हो या एनएच पर लगाई गई दुकानें। हर स्थान पर नगर परिषद ने अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने की कोई कसर नहीं छोड़ी। बैठक में प्रस्ताव पास किया गया था कि सड़क किनारे व्यापारियों से पांच से लेकर दो हजार रुपये किराया वसूला जाएगा। लेकिन, ठेकेदार व्यापारियों से जबरन पांच से सात हजार रुपये वसूल रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि ग्राउंड में भी चहेतों को दर्जनों प्लाट जारी कर दिए गए है, जो अपनी मर्जी से भारी भरकम दामों पर उक्त प्लाट बेच रहे हैं। नगर परिषद रामपुर के कार्यकारी अधिकारी बीआर नेगी का कहना है कि जब किसी ने बोली नहीं लगाई तो इसके बाद एक से अधिक प्लाट एक व्यक्ति को दे दिए गए। हालांकि, ईओ की यह बात भी समझ से परे है। क्योंकि, प्लांट आवंटन के समय नगर परिषद की मनमर्जी पर व्यापारी हंगामा कर चुके हैं। एसडीएम रामपुर केआर सेहजल का कहना है कि इसके बारे में जांच की जाएगी। इसके लिए कमेटी का गठन किया गया है।