रामपुर बुशहर। यहां के चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में एक्सरे प्लांट तो स्थापित कर दिए गए हैं, लेकिन लेकिन इनको चलाने वाला कोई नहीं है। इसके चलते मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बीमार लोगों को एक मामूली एक्सरे टेस्ट के लिए मीलों सफर कर रामपुर पहुंचना पड़ता है।
स्वास्थ्य खंड रामपुर-ननखड़ी के तहत देवठी, ज्यूरी, बाहली और तकलेच में एक्सरे प्लांट शोपीस बने हुए हैं। लाखों की लागत से स्थापित मशीनें तकनीशियन के अभाव में बंद कमरे में धूल फांक रही हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में एक्सरे तकनीशियन न होने से लोगों को एक्सरे टेस्ट तक की सुविधा प्राप्त नहीं हो रही है। घर के पास प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होते हुए भी मरीजों को एक्सरे टेस्ट करवाने के लिए मीलों सफर कर रामपुर या फिर अन्यंत्र जाना पड़ता है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के गृहक्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का इस कदर बुरा हाल है तो फिर अन्य क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की उम्मीद कैसे की जा सकती है। भाजपा मंडल रामपुर के अध्यक्ष विजय सिंह बिष्ट ने सरकार से चारों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में रिक्त एक्सरे तकनीशियनों के पदों को प्राथमिकता के आधार पर भरने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब स्वास्थ्य केंद्रों में लाखों की लागत से मशीनें स्थापित हैं तो फिर तकनीशियन नियुक्त करने में अनदेखी क्यों? तकनीशियनों की कमी के कारण 40 से 60 रुपये में होने वाला एक्सरे टेस्ट रामपुर आकर दोगुनी कीमत पर करवाना पड़ रहा है। अगर तकनीशियनों की तैनाती की जाती है तो लोगों को न केवल सफर से निजात मिलेगी बल्कि वे घर के नजदीक कम खर्च पर टेस्ट भी करवा सकेंगे।