
रोहड़ू। हिमपात के नौ दिन बाद भी ऊपरी शिमला के सैकड़ों गांव अंधरे में डूबे हैं। भारी बर्फ से टूटी बिजली की लाइनों को दुरुस्त करने में बिजली बिजली बोर्ड के कर्मचारी दिन-रात जुटे हुए हैं। ग्रामीण क्षेत्र में अंधेरे के कारण लोगों को भारी परेशानी हो रही है। चिड़गांव, जुब्बल, रोहड़ू, कोटखाई तथा चौपाल के सौ से अधिक गांवों में अभी तक बिजली नहीं पहुंची है। बिजली गुल होने के कारण बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। मोबाइल फोन और बिजली के चलने वाले अन्य उपकरण भी ठप पड़े हैं। कई गांवों में अभी तक लाइनों को ठीक करने के लिए बिजली बोर्ड के कर्मचारी तक नहीं पहुंच सके हैं। कई गांवों में बिजली बोर्ड के कर्मचारियों के साथ ग्रामीण लाइनों को दुरुस्त करने में सहयोग कर रहे हैं। हालांकि, मौसम खुलते ही बिजली बोर्ड के अधिकारियों ने शीघ्र बिजली पहुंचाने का दावा किया है। लेकिन, एक सप्ताह से अधिक समय बीतने के बाद भी लोगों को सुविधा नहीं मिल सकी है। बिजली बोर्ड के एसई महेश सिंघल ने बताया कि हिमपात से बिजली की लाइनों को भारी नुकसान हुआ है। सभी मेन लाइनों को दुरुस्त किया जा चुका है। छोटी लाइनों को ठीक करने में बोर्ड की टीम काम कर रही है। कई स्थानों पर ग्रामीणों का भी इसमें सहयोग मिल रहा है। लोगों को शीघ्र हर गांव में बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी।