
ब्रसेल्स: पश्चिमी देशों को उम्मीद है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम से उपजे संकट को बातचीत के जरिए जल्द सुलझा लिया जाएगा। उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर इजरायल ने कडा रूख अपनाते हुए परमाणु संयत्रों को बम से उडाने की धमकी दी है। ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका, रूस और चीन का कहना है कि परमाणु कार्यक्रम की आड में वह गुपचुप तरीके से परमाणु हथियार बना रहा है लेकिन ईरान का कहना है कि वह शांतिपूर्ण कार्यो के लिए परमाणु उर्जा का इस्तेमाल करेगा।
उसके परमाणु ठिकानों को बम से उडाने की इजराइल की धमकी को गंभीरता से लेते हुए विश्व की इन छह बडी महाशक्तियों ने उम्मीद जताई है कि ईरान के साथ बातचीत के जरिए यह संकट सुलझा लिया जाएगा। यूरोपीय संघ और ईरानी राजनायिकों ने कल नयी संभावित बातचीत के समय तथा स्थान के बारे में विचार विमर्श किया था।
यूरोपीय संघ की विदेश नीति की प्रमुख कैथरीन एस्टोन के मुताबिक उप महासचिव हेल्गा स्किमड ने ईरान के मुख्य परमाणु वार्ताकार से भविष्य में होने वाली बातचीत के बारे में फोन पर जानकारी ली है। इसे देखते हुए पश्चिमी राजनायिकों का कहना है कि ईरान के साथ नए दौर की बातचीत अगले वर्ष जनवरी में हो सकती है।