
मसूरी। सचिन तेंदुलकर मसूरी प्रवास के छठे दिन कुछ खास लोगों से मिले। हालांकि, आम प्रशंसकों से उनकी दूरी बरकरार रही। इस दौरान मसूरी नगर पालिकाध्यक्ष ने गुलदस्ता भेंट कर सचिन का स्वागत किया। उनके अलावा वन विभाग के एक अधिकारी और हिमालयन इंस्टीट्यूट के निदेशक ने सचिन से मुलाकात की।
तेंदुलकर छह दिन से मसूरी में हैं। वह यहां अपने दोस्त संजय नारंग के घर बोथवेल बैक में ठहरे हैं। वन डे क्रिकेट से संन्यास के तुरंत बाद मसूरी पहुंचे सचिन पहले दिन से ही मीडिया और प्रशंसकों से दूरी बनाए हुए थे। कई वरिष्ठ अधिकारियों, जनप्रतिनिधि भी उनसे मिल नहीं पा रहे थे। लेकिन, शुक्रवार को कुछ खास लोगों को यह मौका मिला। होटल रूकबी मेनर में शाम छह बजे पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल अपने बेटे संग सचिन से मिलने पहुंचे। उन्होंने सचिन को गुलदस्ता देकर कहा वेलकम टू मसूरी। मसूरी व्यापार संघ अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने सचिन को पहाड़ी टोपी तो हिमालयन इंस्टीट्यूट के निदेशक विजय धस्माना ने एक किताब दी। डीएफओ देहरादून सुशांत पटनायक ने सचिन को विभागीय कैलेंडर भेंट किया। इस दौरान सचिन ने सभी लोगों संग फोटो खिंचवाने और ऑटोग्राफ देने में कोई कोताही नहीं की, लेकिन औपचारिकता के अलावा कोई बातचीत नहीं की। उधर, होटल के बाहर बड़ी संख्या में प्रशंसक सचिन से मुलाकात की आस में जुटे थे। लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ा। बता दें कि होटल के मालिक संजय नारंग की अनुमति के बिना इन दिनों कोई भी भीतर नहीं जा सकता।
उधर, शुक्रवार को भी सचिन का दिन पिछले दिनों की तरह बीता। सुबह मार्निंग वॉक के बाद नाश्ता करने के बाद साढ़े बारह बजे वह वुडस्टॉक स्कूल के जिम में गए। वहां क्रिकेट और बैडमिंटन खेलने के बाद सचिन साढ़े तीन बजे लौटे। रुकबी मेनर में लंच के बाद वही पर प्रशंसकों से मिले।
फायदे की मुलाकात
मसूरी। सूत्रों के मुताबिक सचिन को कब किससे मिलना है यह उनके दोस्त संजय नारंग तय कर रहे हैं। शुक्रवार को खास लोगों से हुई मुलाकात को भी संजय की भावी योजनाओं से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि संजय ने उन्हीं लोगों को सचिन से मिलवाया, जिनसे आगे अपने कुछ कार्यों को लेकर उन्हें कुछ फायदा हो सकता है। जबकि आम प्रशंसकों और मीडिया को दूर रखने की हरसंभव कोशिश की जा रही है।