
रोनहाट (सिरमौर)। आजादी के 65 वर्ष बाद भी जिला सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र के कई गांवों के बाशिंदे बिना बिजली जीवनयापन कर रहे हैं। आजकल जमाना हाइटेक हो चुका है। शहरों में कंप्यूटर और इंटरनेट जैसी कई तकनीकी सेवाएं मौजूद हैं, लेकिन गिरीपार क्षेत्र के कई गांवों में आज भी बिजली नहीं है। क्षेत्र की नाया पंजोड़ पंचायत के मंझगांव-1, मंझगांव-2 और जनालटा गांवों में आज तक बिजली नहीं पहुंची है। इन गांवों के लोग आज भी अंधेरे में जीवनयापन करने को मजबूर हैं।
हालांकि, वर्ष 2011 में राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत ठोंठा से जनालग विद्युत योजना को बनाकर तैयार किया गया था, लेकिन यह कार्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। इस कारण लाइन के लिए खड़े किए पोल और तारें जमीन में सिमट गई हैं। नाया पंजोड़ पंचायत प्रधान भारत भूषण मोहिल, भाजपा महासचिव जालम सिंह शर्मा, पूर्व प्रधान संतराम और महेंद्र सिंह तथा नंबरदार हुकमीराम ने बताया कि वह इस बारे में उपायुक्त सिरमौर को ज्ञापन भी सौंपेंगे। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिन के भीतर विभाग का कोई भी अधिकारी दौरे पर नहीं आया तो वह विद्युत उपमंडल पनोग का घेराव करेंगे।
उधर, विद्युत उपमंडल पनोग के कनिष्ठ अभियंता नरेश कुमार कोशल ने बताया कि बद्दी हाइटेक पावर कंपनी के एक ठेकेदार ने यहां के लिए बिजली लाइन जोड़ने का काम लिया था। विभाग ने ठेकेदार को दो बार नोटिस भी जारी किए, लेकिन उसके बाद भी काम शुरू नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि यदि ठेकेदार की ओर से 15 दिन के भीतर लाइन का कार्य शुरू नहीं किया गया तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।