
रोहडू। उपमंडल के अंतर्गत शलाश गांव में आंगनबाड़ी केंद्र के लिए हुए सहायिका के साक्षात्कार पर सवालिया निशान लग गए हैं। शलाश गांव के कुछ ग्रामीणों ने सहायिका की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए एसडीएम रोहडू को लिखित रूप में शिकायत पत्र सौंपा है।
आंगनबाड़ी केंद्र शलाश में कुछ दिन पूर्व सहायिका के पद के लिए साक्षात्कार हुए थे। साक्षात्कार के माध्यम से सहायिका का पद भरा भी गया है। लेकिन, कुछ स्थानीय ग्रामीणों ने नियुक्ति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने एसडीएम रोहडू को शिकायत पत्र सौंपकर आरोप लगाए है कि नियुक्त की गई महिला शलाश गांव की स्थानीय निवासी नहीं है। जबकि, नियमानुसार नियुक्ति उसे दी जाती है जो केंद्र के फीडिंग गांव का स्थायी निवासी हो। बावजूद इसके नियमों को ताक पर रखकर आंगनबाड़ी केंद्र में पद भरा गया है। शलाश निवासी रोशन लाल चौहान, दीपक सिंह चंकरोला तथा ओम प्रकाश ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र में जिस सहायिका की नियुक्ति की गई है, वह करछारी गांव की निवासी हैं। केंद्र के फीडिंग गांव के आवेदकों को दरकिनार करके दूसरे गांव की महिला को रखा गया है, जो पूरी तरह नियमों के विपरीत है। उन्होंने बताया कि जो महिला केंद्र में कार्यकर्ता पद पर तैनात है वह भी दूसरे गांव से संबंधित है। इस संबंध में एसडीएम रोहडू को लिखित शिकायत दी गई है। अगर शीघ्र मामले में उचित कार्यवाही नहीं हुई तो न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा। एसडीएम रोहडू यशपाल सिंह वर्मा ने बताया कि उनके पास शिकायत आई है कि शलाश गांव में नियुक्त की गई सहायिका फीडर गांव की नहीं है। सीडीपीओ को एक सप्ताह के अंदर जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।