
तीन माह के टूरिस्ट वीजा पर भारत आए ट्यूनिशिया के दो युवक ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय में कोर्स कर रहे थे। अब पुलिस ने दस्तावेज की सही तरीके से जांच न करने पर विवि को नोटिस भेजा है। विवि प्रबंधन से पूछा है कि पुलिस को सूचना दिए बिना विदेशी युवकों को दाखिला कैसे दे दिया?
पुलिस दोनों छात्रों के खिलाफ भी कार्रवाई करने जा रही है। हालांकि, विवि ने दोनों को अपने यहां दाखिला देने से इनकार किया है। उसका कहना है कि दोनों छात्र यहां विवि एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत समर इंटर्नशिप के लिए आए हैं।
एसएसपी केवल खुराना ने बताया कि अफ्रीका महाद्वीप के देश ट्यूनिशिया निवासी फ्रेकी गाजी और मैथ्यू बेडूल को दाखिला देते समय विवि ने एलआईयू को सूचना नहीं दी।
तकरीबन दो माह बाद रूटीन जांच के लिए जब एलआईयू को दस्तावेज उपलब्ध कराए गए तो पता चला कि दोनों टूरिस्ट वीजा पर आए हैं। दोनों को टूरिस्ट वीजा पर दाखिला कैसे मिल गया, इसके लिए विवि प्रशासन को नोटिस भेजा गया है। विवि को तीन दिन में नोटिस का जवाब देना है। दोनों छात्र विवि के हास्टल में रह रहे हैं।
दाखिला नहीं दिया
शिक्षा के स्तर और गुणवत्ता को देखकर दुनिया के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों ने ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के साथ शैक्षणिक आदान प्रदान के लिए समझौते किए हैं। ऐसे ही एक एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत फ्रांस की यूनिवर्सिटी ऑफ नांतेस के दो छात्र कुछ समय की समर इंटर्नशिप के लिए ग्राफिक एरा विवि में आए हैं। दोनों छात्र दूतावास के माध्यम से यहां आए हैं और इनके आने की सूचना विवि ने खुद अभिसूचना इकाई को दी है। इनका ग्राफिक एरा में दाखिला नहीं किया गया है। ये यूनिवर्सिटी ऑफ नांतेस के छात्र हैं।
– सुभाष गुप्ता, ओएसडी, ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय
यह ग्राफिक एरा विवि के छात्र नहीं है। फ्रांस की यूनिवर्सिटी ऑफ नंतेस के यह छात्र यहां विवि एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत समर इंटर्नशिप के लिए आए हुए हैं। दूतावास के माध्यम से इनके आने की सूचना स्थानीय पुलिस और एलआईयू को लिखित दे दी गई थी, जिसकी रसीद भी हमारे पास मौजूद है।
-डा. वीके तिवारी, कुलपति