अब दवा की कमी से नहीं जाएगी जान

अब दवा की किल्लत से किसी की जान नहीं जाएगी। चौबीस घंटे आपातकालीन वार्ड में जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध रहेंगी। यहां आने वाले मरीजों को यहीं से दवा दी जाएगी। मरीज को इसकी कीमत भी नहीं चुकानी होगी। हार्ट अटैक और अन्य गंभीर हालत में आने वाले मरीजों को इसका सीधा फायदा मिलेगा।

आईजीएमसी प्रबंधन की ओर से इस बारे में दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सभी विभागाध्यक्षों से जीवन रक्षक दवाओं की सूची मंगवा ली गई है। इसकी उपलब्धता और लागत को देखकर ही स्टॉक उपलब्ध करवाने की बात अस्पताल प्रबंधन कर रहा है।

मौजूदा समय में आपातकालीन वार्ड में आने वाले मरीजों से कुछ दवा स्टॉक में न होने के कारण बाहर से मंगवाई जाती है। दिन के समय तीमारदार इधर-उधर से भाग दौड़कर दवा ले आता है लेकिन रात के समय आने वाले मरीजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। मरीज अगर गंभीर स्थिति में हो तो इलाज में देरी से उसकी जान पर बन आती है। हार्ट अटैक का पेशेंट अगर आधी रात को आपातकाल में पहुंचता है तो उसे तुरंत प्राथमिक उपचार मिलना चाहिए। सभी विभागाध्यक्षों से कहा गया है कि वह अपनी-अपनी दवा की सूचियां दे दें जो मरीजों के उपचार में प्रथम चरण में इस्तेमाल होती हैं।

जीवन रक्षक दवाएं करेंगे उपलब्ध
आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर केएस राणा ने कहा कि आपातकालीन वार्ड में सभी तरह की जीवनरक्षक दवाएं उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जा रही है। सभी मरीजों को दवा यहीं से मिलेगी। किसी को पर्ची पर बाहर से दवा नहीं लिखी जाएगी। इस व्यवस्था के लागू होने से मरीजों को काफी राहत मिलेगी।

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