
ज्यूरी (शिमला)। झाकड़ी परियोजना परिसर में आपदा प्रबंधन पर एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। इसमें एसडीएम केआर सेहजल ने प्रोजेक्ट के अधिकारियों, आर्मी, आईटीबीपी, सीआईएसएफ और पुलिस अधिकारियों को आपदा प्रबंधन से निपटने के बारे में विस्तारपूर्वक बताया।
एसडीएम ने बताया कि हमें कोशिश करनी चाहिए कि आपदा आने से पहले ही सतर्क रहें। आपदा के प्रति हमें जागरूक होना जरूरी है। हमें मकान बनाते समय सही जगह का चयन करना चाहिए। मकान बनाते समय उसके डिजाइन तथा गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। आपदा से निपटने को हमें पंचायतों तथा नगर निकाय पर आपदा टीमें बनानी चाहिए। रामपुर का क्षेत्र जोन-4 में आता है। यहां पर ज्यादातर बादल फटने, भूस्खलन, बाढ़ आना, चट्टानें खिसकना और सड़क हादसे जैसी आपदाएं होती हैं। इस मौके पर सीआईएसएफ के अग्निशमन विंग ने आग से बचने के बारे में डेमोस्ट्रेशन दिया। इससे पहले नाथपा झाकड़ी परियोजना प्रमुख संजीव सूद ने एसडीएम को सम्मान स्वरूप स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर एजीएम सतीश मिश्रा, एजीएम डी दास, एजीएम एफ बड़ाईक डिप्टी कमांडेंट बृजभूषण, सीनियर मैनेजर प्रशांत शर्मा, एसएमओ खनेरी डा. राजन बिष्ट, पीआरओ अरुण कुमार, एसएचओ झाकडी मंगत राम तथा कई अधिकारी मौजूद थे।