हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के सभी होटलों और रेस्टोरेंट में हिमाचली थाली के बाद अब हिमाचल की परंपरागत धाम परोसी जाएंगी। पर्यटन विकास निगम के रसोइये चंबा, मंडी, कांगड़ा, बिलासपुर और हमीरपुर के बोटियों (स्थानीय शादी समारोहों में खाना बनाने वाले) से धाम बनाने का प्रशिक्षण लेंगे। परंपरागत बलटोही (चरोटी) पीतल के बड़े बर्तन में धाम तैयार की जाएगी। सस्ती दरों पर लजीज परंपरागत व्यंजन सैलानियों को उपलब्ध करवाए जाएंगे।
क्या है बलटोही या चरोटी
बलटोही पीतल के मटके के आकार का बड़ा बर्तन होता है। इसमें तैयार व्यंजन बेहद स्वादिष्ट होते हैं। 15 किलो से 45 किलो तक भार वाले इस बर्तन का बाजार में मूल्य 25,000 रुपये तक है
मुनाफे में आया निगम, टर्न ओवर 100 करोड़ पार
पर्यटन विकास निगम का टर्न ओवर पहली बार 107.13 करोड़ पहुंचा है। इसमें निगम को 3.43 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ है। निगम की वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए चेयरमैन बाली ने निगम के प्रबंध निदेशक अमित कश्यप की पीठ थपथपाई। इस वित्त वर्ष में कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी पर करीब 6 करोड़ रुपये अतिरिक्त व्यय हुए हैं। इसे जोड़ दिया जाए तो निगम का मुनाफा करीब 10 करोड़ पहुंच जाता है।