PM मोदी के फ्रांस दौरे पर राहुल गांधी ने साधा निशाना, कहा- मणिपुर जल रहा..भाजपा ने किया पलटवार

PM मोदी के फ्रांस दौरे पर राहुल गांधी ने साधा निशाना, कहा- मणिपुर जल रहा..भाजपा ने किया पलटवार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दो दिवसीय फ्रांस दौरा संपन्न हो चुका है। इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को एक बार फिर पीएम पर निशाना साधा है। गांधी ने कहा कि राफेल ने उन्हें बैस्टिल डे परेड के लिए टिकट दिलाया है। उन्होंने यह भी कहा कि मणिपुर जल रहा है। यूरोपीय संघ (ईयू) भारत के आंतरिक मामलों पर चर्चा कर रहा है। प्रधानमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं। बता दें कि इस परेड में भारतीय सेना की तीनों सेवाओं के 269 सदस्यीय टुकड़ी ने भाग लिया और भारतीय वायुसेना के तीन राफेल जेट फ्लाईपास्ट में शामिल हुए।

पीएम मोदी ने परेड की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए ट्वीट किया, फ्रांस की यह यात्रा यादगार रही। इसे और भी खास बना दिया गया क्योंकि मुझे बैस्टिल डे समारोह मं हिस्सा लेने का मौका मिला। भारती दल को परेड में गौरवपूर्ण स्थान प्राप्त करते देखना अद्भुत था। मैं असाधारण गर्मजोशी और आतिथ्य के लिए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और फ्रांस के लोगों का आभारी हूं। भारत-फ्रांस की दोस्ती बढ़ती रहे।
पीएम मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान भारतीय नौसेना द्वारा आईएनएस विक्रांत वाहक के लिए 26 राफेल-मरीन लड़ाकू विमानों को प्राप्त करने के सौदे की घोषणा की गई थी। पीएम मोदी की यात्रा से ठीक पहले यूरोपीय संसद ने एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें भारत सरकार से मणिपुर में हिंसा को रोकने के प्रयासों को तेज करने के लिए कहा गया। भारत ने कहा कि यूरोपीय संघ द्वारा मणिपुर पर एक प्रस्ताव उसकी ‘औपनिवेशिक मानसिकता’ को दर्शाता है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘भारत के आंतरिक मामलों में इस तरह का हस्तक्षेप अस्वीकार्य है और यह औपनिवेशिक मानसिकता को दर्शाता है।’ उन्होंने कहा, ‘न्यायपालिका सहित सभी स्तरों पर भारतीय अधिकारी मणिपुर की स्थिति से अवगत हैं और शांति, सद्भाव और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम उठा रहे हैं। यूरोपीय संसद को सलाह दी जाती है कि वह अपने आंतरिक मुद्दों पर अपने समय का अधिक उत्पादक उपयोग करे।’

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि भारत ने मणिपुर पर प्रस्ताव से पहले यूरोपीय संघ के सांसदों से संपर्क किया था। भाजपा ने राहुल गांधी के ट्वीट पर तंज कसते हुए कहा कि यह महज संयोग नहीं हो सकता कि यूरोपीय संघ की संसद ने राहुल गांधी की लंदन यात्रा के तुरंत बाद मणिपुर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी लंदन जाते हैं और भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की मांग करते हैं। फिर वह मणिपुर में दुर्भाग्यपूर्ण संघर्ष का राजनीतिकरण करते हैं, जो पूरी तरह से कांग्रेस की विरासत है, मणिपुर का दौरा करते हैं और फिर हम देखते हैं कि एक विदेशी शक्ति एक ऐसे मुद्दे पर निर्णय लेना चाहती है, जो भारत का आंतरिक मामला है। दिलचस्प बात यह है कि यूरोपीय संघ की संसद ने फ्रांस में हाल के दंगों पर कोई बहस या चर्चा नहीं की।’

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