
शिमला। बर्फबारी की वजह से यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया है। सड़कें बंद होने से शुुक्रवार को एचआरटीसी के करीब 54 रूट फेल हो गए जबकि अलग-अलग जगहों पर करीब 35 बसें फंस गई हैं। बसों की आवाजाही थमने से मुसाफिर मुश्किल में पड़ गए हैं।
वीरवार रात कुफरी, नारकंडा, खड़ापत्थर और खिड़की में बर्फबारी से वाहनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई। शुक्रवार दोपहर बाद राष्ट्रीय राजमार्ग कुफरी बड़े वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया। नारकंडा में भारी बर्फबारी के चलते रामपुर व रिकांगपिओ के लिए बसें वाया बसंतपुर चलाई गईं। खड़ापत्थर में भी बर्फबारी के कारण बसों की आवाजाही सामान्य नहीं हो पाई। कई रूटों पर सड़क खराब होने के कारण एचआरटीसी बसें आधे रास्ते से ही लौट आई हैं। बसों की आवाजाही थमने से मुसाफिरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
डिपो/सब डिपो रूट फेल बसें फंसी
तारादेवी 26 22
रामपुर 3 1
रोहड़ूू 4 3
शिमला ग्रामीण 9 2
रिकांगपिओ 4 2
कोटखाई – 1
ठियोग 8 4
यहां फंसी हैं एचआरटीसी बसें
पटीनल, चलावग, शड़ी, देववन, कठासू (2), रनोल, ननखड़ी, कोटीघाट, रेवग, हिमरी, सांबर, पुड़ग, भाज, धरेच, डोबा, धमांदरी, भेखलटी, समदो, कानंग, बाघी व विकासनगर सहित 35 स्थानों पर एचआरटीसी बसें फंसी हैं। हालांकि कुछ बसें शुक्रवार शाम तक आधे रास्ते तक निकाल दी गई थीं।
राजधानी से कटा चौपाल
शुक्रवार को चौपाल राजधानी शिमला से कटा रहा। खिड़की में भारी बर्फबारी की वजह से बसों की आवाजाही नहीं हो सकी। हालांकि चौपाल में लोकल रूटों पर बसें चलती रहीं।
शिमला में खड़ी हैं दर्जनों बसें
टुटीकंडी आईएसबीटी सहित शहर के अन्य बस अड्डों में एचआरटीसी की दर्जनों बसें खड़ी हैं। रोड बंद होने के कारण बसों को रूटों पर भेजना संभव नहीं है। उधर बसें रवाना न होने के कारण मुसाफिरों को दिक्कत झेलनी पड़ रही है।
खदराला में चार दिन से फंसी है बस
रोहड़ू के खदराला में चार दिन से एचआरटीसी बस फंसी है। भारी बर्फबारी के कारण बस निकालने में दिक्कत पेश आ रही है। शुक्रवार को भी भारी मशक्कत के बावजूद बस नहीं निकाली जा सकी।