19 बार रेल मंत्री को लिखी चिट्ठियां

ऊना। सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि उन्होंने रेल विस्तार और रेल लाइन का मसला लोकसभा में छह बार उठाया। 19 बार रेल मंत्री को पत्र लिखे। इसके बावजूद राज्य की ओर केंद्र सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। एचपीसीए अध्यक्ष, भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद अनुराग ठाकुर ने ‘अमर उजाला’ से विशेष बातचीत में यह खुलासा किया। कहा कि केंद्र की यूपीए सरकार हिमाचल प्रदेश में रेल विस्तार और रेल लाइन बिछाने का कोई भी कार्य करवाने के पक्ष में नहीं है। हिमाचल प्रदेश को खुद ही अपनी लड़ाई लड़नी होगी, जिसकी भाजपा ने शुरुआत कर दी है। हो सकता है राज्य के दबाव में रेल मंत्री हिमाचल के पक्ष में कोई फैसला लें। अनुराग ठाकुर ने कहा कि उन्होंने लोकसभा में छह बार यह मसला उठाया। 19 बार रेल मंत्री को पत्र भी लिखे। पांच जुलाई 2011 को रेल राज्य मंत्री केएस मुनियप्पा ने ऊना में रेल विस्तार एवं रेल लाइन बिछाने का कार्य पूरा करने की घोषणा भी की थी। फिर भी राज्य के हिस्से में कुछ नहीं आया। 39 साल में महज 42 किलोमीटर रेल लाइन तक ही हिमाचल सीमित रहा। अनुराग ठाकुर ने कहा कि रेल बजट तथा लोक सभा के आगामी सत्र में यह मसला दोबारा उठाया जाएगा। आगामी लोकसभा सत्र इसलिए भी खास होगा, क्योंकि 2014 में लोकसभा चुनाव हैं। रेलवे की इलेक्ट्रीफि केशन जरूरी है, ताकि लोगों को सुविधा मिले। ऊना में शताब्दी एक्सप्रेस चले। केंद्र सरकार शताब्दी नहीं चला सकती तो चंडीगढ़ से ऊना को इससे लिंक किया जाए। होशियारपुर से ऊना को रेललाइन से जोड़ा जाना जरूरी है। चंडीगढ़ को बिलासपुर से जोड़ा जाना चाहिए और लेहलद्दाख तक रेल लाइन का विस्तार हो। यह सुरक्षा के लिहाज से भी नितांत आवश्यक है। चंडीगढ़ को नाहन, बद्दी से रेललाइन के जरिये जोड़ा जाना जरूरी है। देहरादून को लिंक करने से और फायदा होगा। नंगल-जोागिंद्रनगर तक लिंक भी राज्य के लिए आवश्यक है। 48 साल पूर्व हुए रेल सर्वे पर भी अभी तक काम नहीं हुआ है। रेल मंत्री पवन बंसल उत्तरी भारत से हैं, इससे हिमाचल को काफी उम्मीदें भी हैं। पड़ोसी सूबे पंजाब के होशियारपुर, जालंधर अमृतसर जैसे कई अन्य बड़े शहरों के लोगों को सीधे तौर पर देवभूमि हिमाचल की वादियों से जोड़ने के लिए लंबे अरसे से प्रसास जारी हैं। इन प्रयासों को अमलीजामा पहनाया जाए। व्यापारिक दृष्टि से मशहूर रहे शहर जैजों तक हालांकि कई दशक पूर्व ट्रैक पर रेलगाड़ी दौड़ती रही है, लेकिन इस शहर में कारोबारी गतिविधियों के ठप होने के साथ ही रेललाइन भी ठप हो गई। उधर, शिवसेना के प्रांतीय अध्यक्ष शिवदत्त वशिष्ठ कहते हैं कि तकरीबन 48 साल पूर्व ऊना-होशियारपुर बाया जैजों रेललाइन बिछाने का एक सर्वे भी हुआ था। सर्वे के बाद इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हो पाई। एनडीए सरकार के वक्त बतौर रेलमंत्री नितीश कुमार ने ऊना के लोगों से यह वायदा भी किया था कि ऊना से होशियारपुर बाया जैजों के लिए रेललाइन का विस्तार किया जाएगा, लेकिन यह वादा भी आज तक पूरा न हो सका। शिवसेना के प्रांतीय अध्यक्ष एसडी वशिष्ठ, व्यापार मंडल अध्यक्ष रामेश्वर दत्त द्विवेदी, मैहतपुर उद्योग संघ के पूर्व अध्यक्ष बलराम चंदेल, पूर्व अध्यक्ष पीसी शर्मा समेत अनेक नागरिकों का कहना है कि इस दफा के बजट में अगर रेलमंत्री गौर करते हैं तो न केवल ऊना जिला बल्कि पंजाब के अनेक बड़े शहरों के लोगों को बड़ी सुविधा मिल सकती है। सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि रेल बजट और लोक सभा सत्र से उन्हें उम्मीद है कि हिमाचल को कोई सौगात मिले।

क्या है उम्मीदें
ऊना में शताब्दी एक्सप्रेस चले
होशियारपुर से ऊना को रेललाइन से जोड़ा जाए
होशियारपुर बाया जैजों के लिए रेललाइन का विस्तार
चंडीगढ़ को बिलासपुर से जोड़ा जाना चाहिए

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